Chapter 4: रानी भी
1st StandardHindi
रानी भी - Chapter Summary
# रानी भी
## संक्षिप्त परिचय
इस अध्याय में दो बहनों — बड़ी इमा और छोटी नीनी — की कहानी है। इमा रोज़ स्कूल जाती है, जबकि नीनी अभी छोटी होने के कारण स्कूल नहीं जाती। इसमें बहनों के समान कार्य और अपनी-अपनी भावनाओं का संवाद, साथ ही भाषा अभ्यास के लिए चित्र, शब्द निर्माण, श्रुतलेखन (ध्वन्यात्मक अभ्यास) और रचनात्मक गतिविधियाँ दी गई हैं।
## मुख्य विषय
### 1. कहानी का सार
- **इमा और नीनी**: इमा बड़ी बहन है, जो स्कूल जाने के लिए तैयार होती है।
- **समान क्रियाएँ**: इमा जो करती है, नीनी भी वही करना चाहती है — बालों में कंघी, चप्पल पहनना, झोला उठाना।
- **स्कूल जाना**: इमा स्कूल निकल जाती है, लेकिन माँ नीनी को समझाती हैं कि वह अभी छोटी है, थोड़ी बड़ी होने पर ही स्कूल जाएगी।
- **भावनात्मक संवाद**: नीनी की उत्सुकता और माँ की ममता भरा समझाना कहानी का केंद्रबिंदु है।
### 2. भाषा अभ्यास
- **चित्रों से शब्द जोड़ना**: बच्चों को दिए चित्रों के आधार पर नई-नई शब्दावली (बसता, कंघी, चप्पल, झोला, बाल, स्कूल) सीखने के लिए कहा गया है।
- **ध्वन्यात्मक अभ्यास**: ‘र’ और ‘ि’ की ध्वनियाँ पहचानना, ‘न्न’, ‘क्क’, ‘म्म’ युक्त शब्दों का उच्चारण।
- **शब्द निर्माण**: अलग-अलग अक्षरों को जोड़कर सरल शब्द बनाना (जैसे ‘न्’+‘ना’=‘नाना’ आदि)।
- **चित्रांकन एवं लेखन**: सुनाई गई ध्वनियों पर आधारित चित्र बनाना और उसके नीचे शब्द लिखना।
- **रंग भरना**: रंगोली चित्रों में मनपसंद रंग भरने का अभ्यास।
- **खेति गीत और कविताएँ**: खेल गीत के माध्यम से जानवरों की आवाज़ का अनुकरण व तालमेल।
## शिक्षण उद्देश्य
1. ‘र’ और ‘ि’ की ध्वनियों से परिचय।
2. सरल दो-अक्षरीय ध्वन्यात्मक शब्दों का उच्चारण और लेखन।
3. परिवारिक संवादों के माध्यम से पाठ की समझ।
4. चित्र-लिखित गतिविधियों से शब्दावली में वृद्धि।
5. रचनात्मक व मौखिक अभिव्यक्ति को प्रोत्साहन।
## अध्याय के अंत में नए शब्दों/परिभाषाएँ
| शब्द | सरल परिभाषा |
|----------|-----------------------------|
| बसता | स्कूल जाने का बैग (स्कूल बैग) |
| कंघी | बाल सँवारने का सामान |
| चप्पल | पैर में पहनने वाला जूता |
| झोला | ढोने वाला फुल-आकार का थैला |
| ध्वन्यात्मक | अक्षरों की ध्वनि संबंधी |
| रंगोली | सजावट के लिए ज़मीन पर बनाया चित्र |
| ध्वनि | कान से सुनाई देने वाला प्रभाव |
## संक्षिप्त परिचय
इस अध्याय में दो बहनों — बड़ी इमा और छोटी नीनी — की कहानी है। इमा रोज़ स्कूल जाती है, जबकि नीनी अभी छोटी होने के कारण स्कूल नहीं जाती। इसमें बहनों के समान कार्य और अपनी-अपनी भावनाओं का संवाद, साथ ही भाषा अभ्यास के लिए चित्र, शब्द निर्माण, श्रुतलेखन (ध्वन्यात्मक अभ्यास) और रचनात्मक गतिविधियाँ दी गई हैं।
## मुख्य विषय
### 1. कहानी का सार
- **इमा और नीनी**: इमा बड़ी बहन है, जो स्कूल जाने के लिए तैयार होती है।
- **समान क्रियाएँ**: इमा जो करती है, नीनी भी वही करना चाहती है — बालों में कंघी, चप्पल पहनना, झोला उठाना।
- **स्कूल जाना**: इमा स्कूल निकल जाती है, लेकिन माँ नीनी को समझाती हैं कि वह अभी छोटी है, थोड़ी बड़ी होने पर ही स्कूल जाएगी।
- **भावनात्मक संवाद**: नीनी की उत्सुकता और माँ की ममता भरा समझाना कहानी का केंद्रबिंदु है।
### 2. भाषा अभ्यास
- **चित्रों से शब्द जोड़ना**: बच्चों को दिए चित्रों के आधार पर नई-नई शब्दावली (बसता, कंघी, चप्पल, झोला, बाल, स्कूल) सीखने के लिए कहा गया है।
- **ध्वन्यात्मक अभ्यास**: ‘र’ और ‘ि’ की ध्वनियाँ पहचानना, ‘न्न’, ‘क्क’, ‘म्म’ युक्त शब्दों का उच्चारण।
- **शब्द निर्माण**: अलग-अलग अक्षरों को जोड़कर सरल शब्द बनाना (जैसे ‘न्’+‘ना’=‘नाना’ आदि)।
- **चित्रांकन एवं लेखन**: सुनाई गई ध्वनियों पर आधारित चित्र बनाना और उसके नीचे शब्द लिखना।
- **रंग भरना**: रंगोली चित्रों में मनपसंद रंग भरने का अभ्यास।
- **खेति गीत और कविताएँ**: खेल गीत के माध्यम से जानवरों की आवाज़ का अनुकरण व तालमेल।
## शिक्षण उद्देश्य
1. ‘र’ और ‘ि’ की ध्वनियों से परिचय।
2. सरल दो-अक्षरीय ध्वन्यात्मक शब्दों का उच्चारण और लेखन।
3. परिवारिक संवादों के माध्यम से पाठ की समझ।
4. चित्र-लिखित गतिविधियों से शब्दावली में वृद्धि।
5. रचनात्मक व मौखिक अभिव्यक्ति को प्रोत्साहन।
## अध्याय के अंत में नए शब्दों/परिभाषाएँ
| शब्द | सरल परिभाषा |
|----------|-----------------------------|
| बसता | स्कूल जाने का बैग (स्कूल बैग) |
| कंघी | बाल सँवारने का सामान |
| चप्पल | पैर में पहनने वाला जूता |
| झोला | ढोने वाला फुल-आकार का थैला |
| ध्वन्यात्मक | अक्षरों की ध्वनि संबंधी |
| रंगोली | सजावट के लिए ज़मीन पर बनाया चित्र |
| ध्वनि | कान से सुनाई देने वाला प्रभाव |
रानी भी
संक्षिप्त परिचय
इस अध्याय में दो बहनों — बड़ी इमा और छोटी नीनी — की कहानी है। इमा रोज़ स्कूल जाती है, जबकि नीनी अभी छोटी होने के कारण स्कूल नहीं जाती। इसमें बहनों के समान कार्य और अपनी-अपनी भावनाओं का संवाद, साथ ही भाषा अभ्यास के लिए चित्र, शब्द निर्माण, श्रुतलेखन (ध्वन्यात्मक अभ्यास) और रचनात्मक गतिविधियाँ दी गई हैं।
मुख्य विषय
1. कहानी का सार
- इमा और नीनी: इमा बड़ी बहन है, जो स्कूल जाने के लिए तैयार होती है।
- समान क्रियाएँ: इमा जो करती है, नीनी भी वही करना चाहती है — बालों में कंघी, चप्पल पहनना, झोला उठाना।
- स्कूल जाना: इमा स्कूल निकल जाती है, लेकिन माँ नीनी को समझाती हैं कि वह अभी छोटी है, थोड़ी बड़ी होने पर ही स्कूल जाएगी।
- भावनात्मक संवाद: नीनी की उत्सुकता और माँ की ममता भरा समझाना कहानी का केंद्रबिंदु है।
2. भाषा अभ्यास
- चित्रों से शब्द जोड़ना: बच्चों को दिए चित्रों के आधार पर नई-नई शब्दावली (बसता, कंघी, चप्पल, झोला, बाल, स्कूल) सीखने के लिए कहा गया है।
- ध्वन्यात्मक अभ्यास: ‘र’ और ‘ि’ की ध्वनियाँ पहचानना, ‘न्न’, ‘क्क’, ‘म्म’ युक्त शब्दों का उच्चारण।
- शब्द निर्माण: अलग-अलग अक्षरों को जोड़कर सरल शब्द बनाना (जैसे ‘न्’+‘ना’=‘नाना’ आदि)।
- चित्रांकन एवं लेखन: सुनाई गई ध्वनियों पर आधारित चित्र बनाना और उसके नीचे शब्द लिखना।
- रंग भरना: रंगोली चित्रों में मनपसंद रंग भरने का अभ्यास।
- खेति गीत और कविताएँ: खेल गीत के माध्यम से जानवरों की आवाज़ का अनुकरण व तालमेल।
शिक्षण उद्देश्य
- ‘र’ और ‘ि’ की ध्वनियों से परिचय।
- सरल दो-अक्षरीय ध्वन्यात्मक शब्दों का उच्चारण और लेखन।
- परिवारिक संवादों के माध्यम से पाठ की समझ।
- चित्र-लिखित गतिविधियों से शब्दावली में वृद्धि।
- रचनात्मक व मौखिक अभिव्यक्ति को प्रोत्साहन।
अध्याय के अंत में नए शब्दों/परिभाषाएँ
शब्द | सरल परिभाषा |
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बसता | स्कूल जाने का बैग (स्कूल बैग) |
कंघी | बाल सँवारने का सामान |
चप्पल | पैर में पहनने वाला जूता |
झोला | ढोने वाला फुल-आकार का थैला |
ध्वन्यात्मक | अक्षरों की ध्वनि संबंधी |
रंगोली | सजावट के लिए ज़मीन पर बनाया चित्र |
ध्वनि | कान से सुनाई देने वाला प्रभाव |