Chapter 13: मेला
1st StandardHindi
मेला - Chapter Summary
# मेला
## अवलोकन
इस पाठ में बच्चों को एक मेले के दृश्य से परिचित कराया गया है।
- **कविता** के माध्यम से मेले में मिलने वाली चीज़ों (चाट, झूले, खिलौने) का वर्णन।
- **समझ–अभ्यास प्रश्न** से कविता की गहराई में जानकर उत्तर देने का अभ्यास।
- **बोली और सुनने** के लिए शब्द-युग्म और कविता में खोज।
- **शब्दों का खेल**: अक्षर–ध्वनि और शब्द निर्माण।
- **चित्रकारी** में अपने अनुभवों को रेखांकित करना।
- **क्राफ्ट गतिविधि** में तोरण बनाकर सजावट सीखना।
## मुख्य विषय
### 1. कविता: "घी के पास लगा था मेला"
- **पहला पद्य**
- मेले का ठाठ-बाट और चाट का ठेला
- “चाट” की मिठास का वर्णन
- **दूसरा पद्य**
- झूलेवाला और झूले की आनंदमयी झलक
- **तीसरा पद्य**
- खिलौनेवाले का जादुई ख्याल
- **चौथा पद्य**
- बच्चों का हाथ पकड़कर मेले की सैर
### 2. समझ–अभ्यास प्रश्न
1. आप मेले में क्या-क्या करते?
2. छोटू ने किसका हाथ पकड़ा होगा और क्यों?
3. चाट के अतिरिक्त मेले में क्या-क्या बेचा जाता है?
4. अपने आस-पास के मेले का वर्णन कीजिए।
5. कविता के निम्न अंशों के उत्तर लिखिए (छोटे समूह में विचार-विमर्श):
- (i) मेला कहाँ लगा था?
- (ii) बच्चों ने मेले में क्या खाया?
- (iii) बच्चों ने मेले में क्या खरीदा?
### 3. बोली–सुनने के अभ्यास
- “‘मेला–ठेला’ जैसे अन्य शब्द–युग्म लिखिए और पहले से पढ़िए।”
- कविता में दिए शब्द खोजकर घेरकर पढ़ने की तैयारी।
### 4. शब्दों का खेल
1. नीचे दिए चित्रों के नाम बताइए और जोर से पढ़ने का अभ्यास कीजिए (ए तथा ऐ स्वर):
- ठेला, सेब, जलेबी, थैला, पैसे, बैंगन
2. अक्षर जोड़कर शब्द बनाएँ:
```
शे + ब = सेब
मे + थै = मेठै (ठंडाई का नाम)
```
### 5. चित्रकारी
- “कल्पना कीजिए कि आप भी मेले में गए हैं। अपने मित्रों के साथ चर्चा कर चित्र बनाइए और ključ शब्द लिखिए।”
### 6. क्राफ्ट गतिविधि (तोरण बनाना)
- मेला स्थलों पर टोरण सजाने की परंपरा: पत्ते, फूल, कागज़, ऊन, मोती से बनाए जाने वाले तोरण।
- “साज़-सज्जा में प्रयुक्त वस्तुओं से दोहे ‘तोरण’ स्वयं बनाकर कक्षा में प्रदर्शित कीजिए।”
## नए शब्द एवं सरल परिभाषाएँ
| शब्द | सरल परिभाषा |
|------------|-----------------------------------------------------|
| मेला | लोगों के आनंद-ठहराव और खरीद-फरोख्त का उत्सव स्थल |
| चाट | मसालेदार, खट्टे-मीठे स्वाद का भारतीय नाश्ता |
| झूला | मेले में लटकाकर झुलाया जाने वाला मनोरंजक यंत्र |
| ठेला | सड़क किनारे बिकने वाला खाने-पीने या सामान का ठिकाना |
| खिलौना | बच्चों के खेलने का सामान |
| तोरण | कमरे या मेले में सजावट के लिए ऊपर लटके रंग-बिरंगे फूल/कागज |
| जलेबी | तली हुई, चाशनी में डूबी मीठी भारतीय व्यंजन |
| बैंगन | सब्जी में प्रयुक्त बैंगन (इगप्लांट) |
## अवलोकन
इस पाठ में बच्चों को एक मेले के दृश्य से परिचित कराया गया है।
- **कविता** के माध्यम से मेले में मिलने वाली चीज़ों (चाट, झूले, खिलौने) का वर्णन।
- **समझ–अभ्यास प्रश्न** से कविता की गहराई में जानकर उत्तर देने का अभ्यास।
- **बोली और सुनने** के लिए शब्द-युग्म और कविता में खोज।
- **शब्दों का खेल**: अक्षर–ध्वनि और शब्द निर्माण।
- **चित्रकारी** में अपने अनुभवों को रेखांकित करना।
- **क्राफ्ट गतिविधि** में तोरण बनाकर सजावट सीखना।
## मुख्य विषय
### 1. कविता: "घी के पास लगा था मेला"
- **पहला पद्य**
- मेले का ठाठ-बाट और चाट का ठेला
- “चाट” की मिठास का वर्णन
- **दूसरा पद्य**
- झूलेवाला और झूले की आनंदमयी झलक
- **तीसरा पद्य**
- खिलौनेवाले का जादुई ख्याल
- **चौथा पद्य**
- बच्चों का हाथ पकड़कर मेले की सैर
### 2. समझ–अभ्यास प्रश्न
1. आप मेले में क्या-क्या करते?
2. छोटू ने किसका हाथ पकड़ा होगा और क्यों?
3. चाट के अतिरिक्त मेले में क्या-क्या बेचा जाता है?
4. अपने आस-पास के मेले का वर्णन कीजिए।
5. कविता के निम्न अंशों के उत्तर लिखिए (छोटे समूह में विचार-विमर्श):
- (i) मेला कहाँ लगा था?
- (ii) बच्चों ने मेले में क्या खाया?
- (iii) बच्चों ने मेले में क्या खरीदा?
### 3. बोली–सुनने के अभ्यास
- “‘मेला–ठेला’ जैसे अन्य शब्द–युग्म लिखिए और पहले से पढ़िए।”
- कविता में दिए शब्द खोजकर घेरकर पढ़ने की तैयारी।
### 4. शब्दों का खेल
1. नीचे दिए चित्रों के नाम बताइए और जोर से पढ़ने का अभ्यास कीजिए (ए तथा ऐ स्वर):
- ठेला, सेब, जलेबी, थैला, पैसे, बैंगन
2. अक्षर जोड़कर शब्द बनाएँ:
```
शे + ब = सेब
मे + थै = मेठै (ठंडाई का नाम)
```
### 5. चित्रकारी
- “कल्पना कीजिए कि आप भी मेले में गए हैं। अपने मित्रों के साथ चर्चा कर चित्र बनाइए और ključ शब्द लिखिए।”
### 6. क्राफ्ट गतिविधि (तोरण बनाना)
- मेला स्थलों पर टोरण सजाने की परंपरा: पत्ते, फूल, कागज़, ऊन, मोती से बनाए जाने वाले तोरण।
- “साज़-सज्जा में प्रयुक्त वस्तुओं से दोहे ‘तोरण’ स्वयं बनाकर कक्षा में प्रदर्शित कीजिए।”
## नए शब्द एवं सरल परिभाषाएँ
| शब्द | सरल परिभाषा |
|------------|-----------------------------------------------------|
| मेला | लोगों के आनंद-ठहराव और खरीद-फरोख्त का उत्सव स्थल |
| चाट | मसालेदार, खट्टे-मीठे स्वाद का भारतीय नाश्ता |
| झूला | मेले में लटकाकर झुलाया जाने वाला मनोरंजक यंत्र |
| ठेला | सड़क किनारे बिकने वाला खाने-पीने या सामान का ठिकाना |
| खिलौना | बच्चों के खेलने का सामान |
| तोरण | कमरे या मेले में सजावट के लिए ऊपर लटके रंग-बिरंगे फूल/कागज |
| जलेबी | तली हुई, चाशनी में डूबी मीठी भारतीय व्यंजन |
| बैंगन | सब्जी में प्रयुक्त बैंगन (इगप्लांट) |
मेला
अवलोकन
इस पाठ में बच्चों को एक मेले के दृश्य से परिचित कराया गया है।
- कविता के माध्यम से मेले में मिलने वाली चीज़ों (चाट, झूले, खिलौने) का वर्णन।
- समझ–अभ्यास प्रश्न से कविता की गहराई में जानकर उत्तर देने का अभ्यास।
- बोली और सुनने के लिए शब्द-युग्म और कविता में खोज।
- शब्दों का खेल: अक्षर–ध्वनि और शब्द निर्माण।
- चित्रकारी में अपने अनुभवों को रेखांकित करना।
- क्राफ्ट गतिविधि में तोरण बनाकर सजावट सीखना।
मुख्य विषय
1. कविता: "घी के पास लगा था मेला"
- पहला पद्य
- मेले का ठाठ-बाट और चाट का ठेला
- “चाट” की मिठास का वर्णन
- दूसरा पद्य
- झूलेवाला और झूले की आनंदमयी झलक
- तीसरा पद्य
- खिलौनेवाले का जादुई ख्याल
- चौथा पद्य
- बच्चों का हाथ पकड़कर मेले की सैर
2. समझ–अभ्यास प्रश्न
- आप मेले में क्या-क्या करते?
- छोटू ने किसका हाथ पकड़ा होगा और क्यों?
- चाट के अतिरिक्त मेले में क्या-क्या बेचा जाता है?
- अपने आस-पास के मेले का वर्णन कीजिए।
- कविता के निम्न अंशों के उत्तर लिखिए (छोटे समूह में विचार-विमर्श):
- (i) मेला कहाँ लगा था?
- (ii) बच्चों ने मेले में क्या खाया?
- (iii) बच्चों ने मेले में क्या खरीदा?
3. बोली–सुनने के अभ्यास
- “‘मेला–ठेला’ जैसे अन्य शब्द–युग्म लिखिए और पहले से पढ़िए।”
- कविता में दिए शब्द खोजकर घेरकर पढ़ने की तैयारी।
4. शब्दों का खेल
- नीचे दिए चित्रों के नाम बताइए और जोर से पढ़ने का अभ्यास कीजिए (ए तथा ऐ स्वर):
- ठेला, सेब, जलेबी, थैला, पैसे, बैंगन
- अक्षर जोड़कर शब्द बनाएँ:
शे + ब = सेब
मे + थै = मेठै (ठंडाई का नाम)
5. चित्रकारी
- “कल्पना कीजिए कि आप भी मेले में गए हैं। अपने मित्रों के साथ चर्चा कर चित्र बनाइए और ključ शब्द लिखिए।”
6. क्राफ्ट गतिविधि (तोरण बनाना)
- मेला स्थलों पर टोरण सजाने की परंपरा: पत्ते, फूल, कागज़, ऊन, मोती से बनाए जाने वाले तोरण।
- “साज़-सज्जा में प्रयुक्त वस्तुओं से दोहे ‘तोरण’ स्वयं बनाकर कक्षा में प्रदर्शित कीजिए।”
नए शब्द एवं सरल परिभाषाएँ
शब्द | सरल परिभाषा |
---|---|
मेला | लोगों के आनंद-ठहराव और खरीद-फरोख्त का उत्सव स्थल |
चाट | मसालेदार, खट्टे-मीठे स्वाद का भारतीय नाश्ता |
झूला | मेले में लटकाकर झुलाया जाने वाला मनोरंजक यंत्र |
ठेला | सड़क किनारे बिकने वाला खाने-पीने या सामान का ठिकाना |
खिलौना | बच्चों के खेलने का सामान |
तोरण | कमरे या मेले में सजावट के लिए ऊपर लटके रंग-बिरंगे फूल/कागज |
जलेबी | तली हुई, चाशनी में डूबी मीठी भारतीय व्यंजन |
बैंगन | सब्जी में प्रयुक्त बैंगन (इगप्लांट) |