AskLearn
Loading...

Chapter 18: कितनी प्यारी है ये दुनिआ

1st StandardHindi

Chapter Summary

कितनी प्यारी है ये दुनिआ - Chapter Summary

# कितनी प्यारी है ये दुनिया

## कविता का सार

यह कविता जयंती मनोकरन द्वारा रचित है जो प्रकृति और जीवन की सुंदरता के प्रति बच्चों में प्रेम जगाती है। कविता में एक बच्चे की आंखों से दुनिया की हर वस्तु को देखा गया है।

## कविता की मुख्य बातें

**प्राकृतिक सुंदरता:** बच्चे को हवा, सूरज और बारिश सब कुछ प्यारा लगता है। वह चिड़ियों, जानवरों और मछलियों से प्रेम करता है। धरती, समुद्र और आसमान की विशालता उसे मोहित करती है।

**फूल और फल:** बच्चे को रंग-बिरंगे फूल और मीठे फल अच्छे लगते हैं। ये प्रकृति की सबसे सुंदर देन हैं जो हमारे जीवन को खुशियों से भर देती हैं।

**व्यक्तिगत वस्तुएं:** अपनी किताबें, कपड़े और खिलौने भी बच्चे को बहुत प्रिय हैं। ये सभी चीजें उसके जीवन का हिस्सा हैं और उसकी खुशी का कारण हैं।

**पारिवारिक प्रेम:** सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि बच्चे को अपने माता-पिता और भाई-बहन सबसे ज्यादा प्यारे लगते हैं। परिवार ही जीवन की सबसे बड़ी खुशी है।

**संपूर्ण दुनिया से प्रेम:** कविता का मुख्य संदेश यह है कि बच्चे को सारी दुनिया प्यारी लगती है। वह जीवन की हर छोटी-बड़ी चीज में सुंदरता देखता है।

## शिक्षण गतिविधियां

**बातचीत के प्रश्न:**
- बच्चों से पूछा जाता है कि उन्हें हवा, बारिश, फल, फूल, खिलौने और धरती में से क्या अच्छा लगता है
- वे अपनी पसंदीदा चीजों के बारे में बात कर सकते हैं
- मित्रों से भी पूछ सकते हैं कि उन्हें क्या अच्छा लगता है

**शब्द खेल:**
- कविता में आए 'प्यारी' शब्द को पहचानना
- 'ख', 'फ' और 'ध' की ध्वनियों वाले शब्दों की पहचान
- धनुष, फूल, खेल, फल, खिलौना जैसे शब्दों का अभ्यास

**चित्र चर्चा:**
- हरी-भरी दुनिया का चित्र देखकर विभिन्न जानवरों और पक्षियों की पहचान
- प्रकृति में दिखाई गई सुंदरता पर चर्चा
- चित्र में दिखाए गए जीवों के बारे में बातचीत

## नई शब्दावली

| शब्द | अर्थ |
|------|------|
| दुनिया | संसार, विश्व |
| प्यारी | सुंदर, मनमोहक |
| हवा | वायु, हवा |
| बारिश | वर्षा, बरसात |
| चिड़ियाँ | पक्षी, परिंदे |
| समुद्र | सागर, महासागर |
| आसमान | आकाश, गगन |
| धरती | पृथ्वी, जमीन |
| किताबें | पुस्तकें, books |
| खिलौने | toys, क्रीड़ा सामग्री |
| अतिरिक्त | extra, और भी |
| ध्वनि | आवाज, sound |

कितनी प्यारी है ये दुनिया

कविता का सार

यह कविता जयंती मनोकरन द्वारा रचित है जो प्रकृति और जीवन की सुंदरता के प्रति बच्चों में प्रेम जगाती है। कविता में एक बच्चे की आंखों से दुनिया की हर वस्तु को देखा गया है।

कविता की मुख्य बातें

प्राकृतिक सुंदरता: बच्चे को हवा, सूरज और बारिश सब कुछ प्यारा लगता है। वह चिड़ियों, जानवरों और मछलियों से प्रेम करता है। धरती, समुद्र और आसमान की विशालता उसे मोहित करती है।

फूल और फल: बच्चे को रंग-बिरंगे फूल और मीठे फल अच्छे लगते हैं। ये प्रकृति की सबसे सुंदर देन हैं जो हमारे जीवन को खुशियों से भर देती हैं।

व्यक्तिगत वस्तुएं: अपनी किताबें, कपड़े और खिलौने भी बच्चे को बहुत प्रिय हैं। ये सभी चीजें उसके जीवन का हिस्सा हैं और उसकी खुशी का कारण हैं।

पारिवारिक प्रेम: सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि बच्चे को अपने माता-पिता और भाई-बहन सबसे ज्यादा प्यारे लगते हैं। परिवार ही जीवन की सबसे बड़ी खुशी है।

संपूर्ण दुनिया से प्रेम: कविता का मुख्य संदेश यह है कि बच्चे को सारी दुनिया प्यारी लगती है। वह जीवन की हर छोटी-बड़ी चीज में सुंदरता देखता है।

शिक्षण गतिविधियां

बातचीत के प्रश्न:

  • बच्चों से पूछा जाता है कि उन्हें हवा, बारिश, फल, फूल, खिलौने और धरती में से क्या अच्छा लगता है
  • वे अपनी पसंदीदा चीजों के बारे में बात कर सकते हैं
  • मित्रों से भी पूछ सकते हैं कि उन्हें क्या अच्छा लगता है

शब्द खेल:

  • कविता में आए 'प्यारी' शब्द को पहचानना
  • 'ख', 'फ' और 'ध' की ध्वनियों वाले शब्दों की पहचान
  • धनुष, फूल, खेल, फल, खिलौना जैसे शब्दों का अभ्यास

चित्र चर्चा:

  • हरी-भरी दुनिया का चित्र देखकर विभिन्न जानवरों और पक्षियों की पहचान
  • प्रकृति में दिखाई गई सुंदरता पर चर्चा
  • चित्र में दिखाए गए जीवों के बारे में बातचीत

नई शब्दावली

शब्दअर्थ
दुनियासंसार, विश्व
प्यारीसुंदर, मनमोहक
हवावायु, हवा
बारिशवर्षा, बरसात
चिड़ियाँपक्षी, परिंदे
समुद्रसागर, महासागर
आसमानआकाश, गगन
धरतीपृथ्वी, जमीन
किताबेंपुस्तकें, books
खिलौनेtoys, क्रीड़ा सामग्री
अतिरिक्तextra, और भी
ध्वनिआवाज, sound