Chapter 16: मूली
Chapter Summary
मूली - Chapter Summary
## कहानी का सारांश
यह कहानी एक नानाजी के बारे में है जिन्होंने अपने बगीचे में मूली बोई थी। नानाजी ने मूली से कहा, "उगो-उगो मूली। मजबूत बनो और लंबी हो।" समय बीतने के साथ मूली बहुत मोटी और लंबी हो गई।
### मूली निकालने का प्रयास
जब मूली पूरी तरह से उग गई, तो नानाजी उसे निकालने गए। उन्होंने खींचते हुए अपना पूरा जोर लगाया, लेकिन मूली को बाहर नहीं निकाल पाए।
### नानी की सहायता
जब नानाजी अकेले मूली नहीं निकाल पाए, तो उन्होंने नानी को आवाज लगाई। नानी ने नानाजी को थामा और नानाजी ने मूली को थामा। दोनों ने मिलकर पूरा जोर लगाया, लेकिन फिर भी मूली को नहीं निकाल पाए।
### नातिन की सहायता
तब नानी ने अपनी नातिन को बुलाया। नातिन ने नानी को थामा, नानी ने नानाजी को थामा, और नानाजी ने मूली को थामा। सभी ने मिलकर जोर लगाया, लेकिन फिर भी मूली नहीं निकली।
### कुत्ते की सहायता से सफलता
अंत में नातिन ने अपने कुत्ते को बुलाया। कुत्ते ने नातिन को थामा, नातिन ने नानी को थामा, नानी ने नानाजी को थामा, और नानाजी ने मूली को थामा। सभी ने मिलकर जोर लगाया और आखिरकार मिलकर सबने मूली को बाहर निकाल ही डाला!
## कहानी का संदेश
यह कहानी हमें सिखाती है कि:
- सहयोग की शक्ति कितनी महत्वपूर्ण है
- मिलकर काम करने से कठिन से कठिन काम भी हो सकता है
- अकेले जो काम नहीं हो सकता, वह सबके साथ मिलकर हो सकता है
- छोटे से छोटा योगदान भी महत्वपूर्ण होता है (जैसे कुत्ते का योगदान)
## शब्द और अर्थ
| शब्द | अर्थ |
|------|------|
| बगीचा | Garden - वह स्थान जहाँ पेड़-पौधे लगाए जाते हैं |
| बोना | To sow - बीज को मिट्टी में डालना |
| उगना | To grow - पौधे का बड़ा होना |
| मजबूत | Strong - शक्तिशाली |
| थामना | To hold - पकड़ना |
| नातिन | Granddaughter - पोती |
| आवाज लगाना | To call - बुलाना |
| जोर लगाना | To apply force - शक्ति से खींचना या धक्का देना |
मूली
कहानी का सारांश
यह कहानी एक नानाजी के बारे में है जिन्होंने अपने बगीचे में मूली बोई थी। नानाजी ने मूली से कहा, "उगो-उगो मूली। मजबूत बनो और लंबी हो।" समय बीतने के साथ मूली बहुत मोटी और लंबी हो गई।
मूली निकालने का प्रयास
जब मूली पूरी तरह से उग गई, तो नानाजी उसे निकालने गए। उन्होंने खींचते हुए अपना पूरा जोर लगाया, लेकिन मूली को बाहर नहीं निकाल पाए।
नानी की सहायता
जब नानाजी अकेले मूली नहीं निकाल पाए, तो उन्होंने नानी को आवाज लगाई। नानी ने नानाजी को थामा और नानाजी ने मूली को थामा। दोनों ने मिलकर पूरा जोर लगाया, लेकिन फिर भी मूली को नहीं निकाल पाए।
नातिन की सहायता
तब नानी ने अपनी नातिन को बुलाया। नातिन ने नानी को थामा, नानी ने नानाजी को थामा, और नानाजी ने मूली को थामा। सभी ने मिलकर जोर लगाया, लेकिन फिर भी मूली नहीं निकली।
कुत्ते की सहायता से सफलता
अंत में नातिन ने अपने कुत्ते को बुलाया। कुत्ते ने नातिन को थामा, नातिन ने नानी को थामा, नानी ने नानाजी को थामा, और नानाजी ने मूली को थामा। सभी ने मिलकर जोर लगाया और आखिरकार मिलकर सबने मूली को बाहर निकाल ही डाला!
कहानी का संदेश
यह कहानी हमें सिखाती है कि:
- सहयोग की शक्ति कितनी महत्वपूर्ण है
- मिलकर काम करने से कठिन से कठिन काम भी हो सकता है
- अकेले जो काम नहीं हो सकता, वह सबके साथ मिलकर हो सकता है
- छोटे से छोटा योगदान भी महत्वपूर्ण होता है (जैसे कुत्ते का योगदान)
शब्द और अर्थ
शब्द | अर्थ |
---|---|
बगीचा | Garden - वह स्थान जहाँ पेड़-पौधे लगाए जाते हैं |
बोना | To sow - बीज को मिट्टी में डालना |
उगना | To grow - पौधे का बड़ा होना |
मजबूत | Strong - शक्तिशाली |
थामना | To hold - पकड़ना |
नातिन | Granddaughter - पोती |
आवाज लगाना | To call - बुलाना |
जोर लगाना | To apply force - शक्ति से खींचना या धक्का देना |