Chapter 18: शेर और चूहे की दोस्ती
2nd StandardHindi
शेर और चूहे की दोस्ती - Chapter Summary
# शेर और चूहे की दोस्ती
## अवलोकन
इस अध्याय में कहानी “शेर और चूहे की दोस्ती” के माध्यम से मित्रता और परस्पर सहायता का महत्व समझाया गया है। कहानी के बाद बच्चों के लिए प्रश्नोत्तर, शब्द-पहचान गतिविधियाँ, ‘त्र’ अक्षर वाले शब्दों का अभ्यास, पहेलियाँ व खेल-कूद संबंधी चर्चा के आयोजनों से रचनात्मक संवाद और भाषा कौशल को प्रोत्साहित किया गया है।
## मुख्य विषय
### 1. कहानी का सार
- शेर जंगल में शान से चल रहा था, तभी शिकारी का जाल चूहे की पूँछ में फँस गया।
- शेर ने चूहे को छोड़ दिया; बाद में जब शेर शिकारी के जाल में फँस गया, तो चूहा वापस आया और तेज़ दाँतों से जाल काटकर शेर को आज़ाद कराया।
- यह स्थिति दर्शाती है कि कितने भी बड़े क्यों न हों, मदद का हाथ हमेशा छोटे-पसंद आते समय सहारा बन सकता है।
### 2. बातचीत एवं समझ
- **प्रश्नोत्तर और चर्चा**
1. आप दूसरों की कैसे सहायता करते हैं?
2. शेर के पास तेज़ दाँत थे; फिर उसने खुद जाल क्यों नहीं काटा?
3. कहानी में किन-किन क्षणों पर कौन-कौन से कार्य हुए—
- “…मतवाली चाल से चला जा रहा था।”
- “…ने अपना पैर हटाया।”
- “…ने शिकारी पकड़ने के लिए जाल बिछाया।”
- “…भागा-भागा वहाँ आया।”
- **सहायता के उदाहरण**
- चूहा — जाल काट सकता है
- हिरण — तेज़ दौड़कर खतरा भांप सकता है
- बंदर — ऊँचाई से गिरते साथी को पकड़ सकता है
- मछली — पानी में तैरकर देख रख सकती है
- चिड़िया — ऊँचे से आवाज़ लगाकर साथी को बुला सकती है
- शेर — अपनी ताकत से साथी का रक्षण कर सकता है
### 3. शब्दों का खेल
- **शब्द समूह**: शेर, चूहा, शिकारी, जाल, मित्र
- बच्चों से इन शब्दों का शब्दार्थ बताने एवं वाक्यों में प्रयोग कराने हेतु प्रोत्साहन।
### 4. ‘त्र’ अक्षर वाले शब्द अभ्यास
- “त्र” युक्त शब्दों की सूची:
- पत्र
- दोस्त
- पात्र
- त्रिकोण
- तितली
- गतिविधि: दी गई सूचियों में से ‘त्र’ वाले शब्द चिन्हित करें और उन्हें वाक्यों में प्रयोग करें।
### 5. खेल-खेल में (पहेलियाँ)
- पहेलियाँ हल करके बच्चे रचनात्मक सोच विकसित करें:
1. “डिना पंख ही उड़ जाती, बाँध गले में डोर…” (घड़ी)
2. “एक थाल मोतियों से भरा, डसकर ऊपर उल्टा धरा…” (चमची)
3. “चार पैर पर चल न पाऊँ, डगमगाए फिर भी आराम…” (पालकी)
### 6. चित्र और बातचीत: खेल-कूद
- वर्गीकरण:
- अकेले खेलने वाले खेल
- जोड़ी में खेले जाने वाले खेल
- समूह में खेले जाने वाले खेल
- बच्चों से स्वयं पसंदीदा खेल पर चर्चा कर वाक्य निर्माण कराना।
## नए शब्द
| शब्द | सरल अर्थ |
|------------|---------------------------------------------------|
| शेर | जंगल का राजा, बड़ा बिल्ली-सदृश जानवर |
| चूहा | छोटा चूहा जैसी जीव, तेज़ दौड़ने वाला |
| शिकारी | वह जो जानवरों का शिकार करने के लिए जाल बिछाता है |
| जाल | शिकारी द्वारा जानवर फँसाने के लिए बिछाया उपकरण |
| मित्रता | दोस्ती, परस्पर विश्वास और सहायता का संबंध |
| त्रिकोण | तीन कोनों वाला आकार |
| पात्र | कहानी का पात्र या पात्र (बर्तन) |
| पहेली | दिमागी खेल, रीडल |
## अवलोकन
इस अध्याय में कहानी “शेर और चूहे की दोस्ती” के माध्यम से मित्रता और परस्पर सहायता का महत्व समझाया गया है। कहानी के बाद बच्चों के लिए प्रश्नोत्तर, शब्द-पहचान गतिविधियाँ, ‘त्र’ अक्षर वाले शब्दों का अभ्यास, पहेलियाँ व खेल-कूद संबंधी चर्चा के आयोजनों से रचनात्मक संवाद और भाषा कौशल को प्रोत्साहित किया गया है।
## मुख्य विषय
### 1. कहानी का सार
- शेर जंगल में शान से चल रहा था, तभी शिकारी का जाल चूहे की पूँछ में फँस गया।
- शेर ने चूहे को छोड़ दिया; बाद में जब शेर शिकारी के जाल में फँस गया, तो चूहा वापस आया और तेज़ दाँतों से जाल काटकर शेर को आज़ाद कराया।
- यह स्थिति दर्शाती है कि कितने भी बड़े क्यों न हों, मदद का हाथ हमेशा छोटे-पसंद आते समय सहारा बन सकता है।
### 2. बातचीत एवं समझ
- **प्रश्नोत्तर और चर्चा**
1. आप दूसरों की कैसे सहायता करते हैं?
2. शेर के पास तेज़ दाँत थे; फिर उसने खुद जाल क्यों नहीं काटा?
3. कहानी में किन-किन क्षणों पर कौन-कौन से कार्य हुए—
- “…मतवाली चाल से चला जा रहा था।”
- “…ने अपना पैर हटाया।”
- “…ने शिकारी पकड़ने के लिए जाल बिछाया।”
- “…भागा-भागा वहाँ आया।”
- **सहायता के उदाहरण**
- चूहा — जाल काट सकता है
- हिरण — तेज़ दौड़कर खतरा भांप सकता है
- बंदर — ऊँचाई से गिरते साथी को पकड़ सकता है
- मछली — पानी में तैरकर देख रख सकती है
- चिड़िया — ऊँचे से आवाज़ लगाकर साथी को बुला सकती है
- शेर — अपनी ताकत से साथी का रक्षण कर सकता है
### 3. शब्दों का खेल
- **शब्द समूह**: शेर, चूहा, शिकारी, जाल, मित्र
- बच्चों से इन शब्दों का शब्दार्थ बताने एवं वाक्यों में प्रयोग कराने हेतु प्रोत्साहन।
### 4. ‘त्र’ अक्षर वाले शब्द अभ्यास
- “त्र” युक्त शब्दों की सूची:
- पत्र
- दोस्त
- पात्र
- त्रिकोण
- तितली
- गतिविधि: दी गई सूचियों में से ‘त्र’ वाले शब्द चिन्हित करें और उन्हें वाक्यों में प्रयोग करें।
### 5. खेल-खेल में (पहेलियाँ)
- पहेलियाँ हल करके बच्चे रचनात्मक सोच विकसित करें:
1. “डिना पंख ही उड़ जाती, बाँध गले में डोर…” (घड़ी)
2. “एक थाल मोतियों से भरा, डसकर ऊपर उल्टा धरा…” (चमची)
3. “चार पैर पर चल न पाऊँ, डगमगाए फिर भी आराम…” (पालकी)
### 6. चित्र और बातचीत: खेल-कूद
- वर्गीकरण:
- अकेले खेलने वाले खेल
- जोड़ी में खेले जाने वाले खेल
- समूह में खेले जाने वाले खेल
- बच्चों से स्वयं पसंदीदा खेल पर चर्चा कर वाक्य निर्माण कराना।
## नए शब्द
| शब्द | सरल अर्थ |
|------------|---------------------------------------------------|
| शेर | जंगल का राजा, बड़ा बिल्ली-सदृश जानवर |
| चूहा | छोटा चूहा जैसी जीव, तेज़ दौड़ने वाला |
| शिकारी | वह जो जानवरों का शिकार करने के लिए जाल बिछाता है |
| जाल | शिकारी द्वारा जानवर फँसाने के लिए बिछाया उपकरण |
| मित्रता | दोस्ती, परस्पर विश्वास और सहायता का संबंध |
| त्रिकोण | तीन कोनों वाला आकार |
| पात्र | कहानी का पात्र या पात्र (बर्तन) |
| पहेली | दिमागी खेल, रीडल |
शेर और चूहे की दोस्ती
अवलोकन
इस अध्याय में कहानी “शेर और चूहे की दोस्ती” के माध्यम से मित्रता और परस्पर सहायता का महत्व समझाया गया है। कहानी के बाद बच्चों के लिए प्रश्नोत्तर, शब्द-पहचान गतिविधियाँ, ‘त्र’ अक्षर वाले शब्दों का अभ्यास, पहेलियाँ व खेल-कूद संबंधी चर्चा के आयोजनों से रचनात्मक संवाद और भाषा कौशल को प्रोत्साहित किया गया है।
मुख्य विषय
1. कहानी का सार
- शेर जंगल में शान से चल रहा था, तभी शिकारी का जाल चूहे की पूँछ में फँस गया।
- शेर ने चूहे को छोड़ दिया; बाद में जब शेर शिकारी के जाल में फँस गया, तो चूहा वापस आया और तेज़ दाँतों से जाल काटकर शेर को आज़ाद कराया।
- यह स्थिति दर्शाती है कि कितने भी बड़े क्यों न हों, मदद का हाथ हमेशा छोटे-पसंद आते समय सहारा बन सकता है।
2. बातचीत एवं समझ
- प्रश्नोत्तर और चर्चा
- आप दूसरों की कैसे सहायता करते हैं?
- शेर के पास तेज़ दाँत थे; फिर उसने खुद जाल क्यों नहीं काटा?
- कहानी में किन-किन क्षणों पर कौन-कौन से कार्य हुए—
- “…मतवाली चाल से चला जा रहा था।”
- “…ने अपना पैर हटाया।”
- “…ने शिकारी पकड़ने के लिए जाल बिछाया।”
- “…भागा-भागा वहाँ आया।”
- सहायता के उदाहरण
- चूहा — जाल काट सकता है
- हिरण — तेज़ दौड़कर खतरा भांप सकता है
- बंदर — ऊँचाई से गिरते साथी को पकड़ सकता है
- मछली — पानी में तैरकर देख रख सकती है
- चिड़िया — ऊँचे से आवाज़ लगाकर साथी को बुला सकती है
- शेर — अपनी ताकत से साथी का रक्षण कर सकता है
3. शब्दों का खेल
- शब्द समूह: शेर, चूहा, शिकारी, जाल, मित्र
- बच्चों से इन शब्दों का शब्दार्थ बताने एवं वाक्यों में प्रयोग कराने हेतु प्रोत्साहन।
4. ‘त्र’ अक्षर वाले शब्द अभ्यास
- “त्र” युक्त शब्दों की सूची:
- पत्र
- दोस्त
- पात्र
- त्रिकोण
- तितली
- गतिविधि: दी गई सूचियों में से ‘त्र’ वाले शब्द चिन्हित करें और उन्हें वाक्यों में प्रयोग करें।
5. खेल-खेल में (पहेलियाँ)
- पहेलियाँ हल करके बच्चे रचनात्मक सोच विकसित करें:
- “डिना पंख ही उड़ जाती, बाँध गले में डोर…” (घड़ी)
- “एक थाल मोतियों से भरा, डसकर ऊपर उल्टा धरा…” (चमची)
- “चार पैर पर चल न पाऊँ, डगमगाए फिर भी आराम…” (पालकी)
6. चित्र और बातचीत: खेल-कूद
- वर्गीकरण:
- अकेले खेलने वाले खेल
- जोड़ी में खेले जाने वाले खेल
- समूह में खेले जाने वाले खेल
- बच्चों से स्वयं पसंदीदा खेल पर चर्चा कर वाक्य निर्माण कराना।
नए शब्द
शब्द | सरल अर्थ |
---|---|
शेर | जंगल का राजा, बड़ा बिल्ली-सदृश जानवर |
चूहा | छोटा चूहा जैसी जीव, तेज़ दौड़ने वाला |
शिकारी | वह जो जानवरों का शिकार करने के लिए जाल बिछाता है |
जाल | शिकारी द्वारा जानवर फँसाने के लिए बिछाया उपकरण |
मित्रता | दोस्ती, परस्पर विश्वास और सहायता का संबंध |
त्रिकोण | तीन कोनों वाला आकार |
पात्र | कहानी का पात्र या पात्र (बर्तन) |
पहेली | दिमागी खेल, रीडल |