Chapter 24: गिरे तालाब में चंदा मामा
2nd StandardHindi
गिरे तालाब में चंदा मामा - Chapter Summary
# आनंदमयी कविता
## Overview
इस पाठ में राजेश जोशी द्वारा रचित कविता “आनंदमयी कविता” प्रस्तुत है, जिसमें चिंदा मामा नामक पात्र के गायब होने पर आश्चर्य व्यक्त किया गया है। इसके बाद कविता से उत्पन्न शब्द “अचंभा” का अर्थ अनुमान लगाने, उसके सही प्रयोग चुनने और रचनात्मक रूप से नया पाठ लिखने की गतिविधियाँ हैं। अन्त में मोहम्मद साकज़िद खान की लघु कविता “चाँद की रोटी” के माध्यम से शब्दों का खेल और तर्क-चिंतन प्रोत्साहित किया गया है।
## Key Topics Covered
### 1. कविता “आनंदमयी कविता”
- **रचना**: राजेश जोशी की कविता जिसमें ताल और जाल के माध्यम से चिंदा मामा का लोप दिखाया गया है।
- **भाव**: आश्चर्य, खोज और लीलाचारीता का मिश्रण।
### 2. शब्दार्थ गतिविधि: ‘अचंभा’
- कविता पढ़कर ‘अचंभा’ शब्द का सम्भावित अर्थ अनुमानित करना।
- दिए गए वाक्यों में ‘अचंभा’ के सही एवं अशुद्ध प्रयोग का चयन।
### 3. रचनात्मक लेखन
- कविता में ‘चिंदा मामा’ की जगह ‘सूरज भैया’ रखकर नया पाठ तैयार करना।
- इससे भाषा में विन्यास और भावानुभूति का अभ्यास।
### 4. शब्दों का खेल: “चाँद की रोटी”
- मोहम्मद साकज़िद खान की दो-चार पंक्तियों की कविता।
- **प्रश्न**:
1. “चाँद की रोटी” किससे सम्बोधित है?
2. मछली चाँद की रोटी क्यों नहीं खा पाई होगी?
- उद्देश्य: रूपक (metaphor) को समझना व व्याख्या करना।
## New Terms
| शब्द | सरल परिभाषा |
|---------------|--------------------------------------------------|
| अचंभा | आश्चर्य; अचरजजनक स्थिति |
| जाल | मकड़ी या मछुआरे का फंसाने का उपकरण; जालना |
| ताला | बंद करने का यंत्र |
| रूपक (Metaphor)| किसी वस्तु/विचार को दूसरी वस्तु/विचार से तुलना करके विशेष अर्थ देना |
| कविता | छन्दबद्ध रचना; कवि की अनुभूतियों का शब्दबद्ध रूप |
| रचनात्मक | नई कल्पना या विचार से निर्मित |
## Overview
इस पाठ में राजेश जोशी द्वारा रचित कविता “आनंदमयी कविता” प्रस्तुत है, जिसमें चिंदा मामा नामक पात्र के गायब होने पर आश्चर्य व्यक्त किया गया है। इसके बाद कविता से उत्पन्न शब्द “अचंभा” का अर्थ अनुमान लगाने, उसके सही प्रयोग चुनने और रचनात्मक रूप से नया पाठ लिखने की गतिविधियाँ हैं। अन्त में मोहम्मद साकज़िद खान की लघु कविता “चाँद की रोटी” के माध्यम से शब्दों का खेल और तर्क-चिंतन प्रोत्साहित किया गया है।
## Key Topics Covered
### 1. कविता “आनंदमयी कविता”
- **रचना**: राजेश जोशी की कविता जिसमें ताल और जाल के माध्यम से चिंदा मामा का लोप दिखाया गया है।
- **भाव**: आश्चर्य, खोज और लीलाचारीता का मिश्रण।
### 2. शब्दार्थ गतिविधि: ‘अचंभा’
- कविता पढ़कर ‘अचंभा’ शब्द का सम्भावित अर्थ अनुमानित करना।
- दिए गए वाक्यों में ‘अचंभा’ के सही एवं अशुद्ध प्रयोग का चयन।
### 3. रचनात्मक लेखन
- कविता में ‘चिंदा मामा’ की जगह ‘सूरज भैया’ रखकर नया पाठ तैयार करना।
- इससे भाषा में विन्यास और भावानुभूति का अभ्यास।
### 4. शब्दों का खेल: “चाँद की रोटी”
- मोहम्मद साकज़िद खान की दो-चार पंक्तियों की कविता।
- **प्रश्न**:
1. “चाँद की रोटी” किससे सम्बोधित है?
2. मछली चाँद की रोटी क्यों नहीं खा पाई होगी?
- उद्देश्य: रूपक (metaphor) को समझना व व्याख्या करना।
## New Terms
| शब्द | सरल परिभाषा |
|---------------|--------------------------------------------------|
| अचंभा | आश्चर्य; अचरजजनक स्थिति |
| जाल | मकड़ी या मछुआरे का फंसाने का उपकरण; जालना |
| ताला | बंद करने का यंत्र |
| रूपक (Metaphor)| किसी वस्तु/विचार को दूसरी वस्तु/विचार से तुलना करके विशेष अर्थ देना |
| कविता | छन्दबद्ध रचना; कवि की अनुभूतियों का शब्दबद्ध रूप |
| रचनात्मक | नई कल्पना या विचार से निर्मित |
आनंदमयी कविता
Overview
इस पाठ में राजेश जोशी द्वारा रचित कविता “आनंदमयी कविता” प्रस्तुत है, जिसमें चिंदा मामा नामक पात्र के गायब होने पर आश्चर्य व्यक्त किया गया है। इसके बाद कविता से उत्पन्न शब्द “अचंभा” का अर्थ अनुमान लगाने, उसके सही प्रयोग चुनने और रचनात्मक रूप से नया पाठ लिखने की गतिविधियाँ हैं। अन्त में मोहम्मद साकज़िद खान की लघु कविता “चाँद की रोटी” के माध्यम से शब्दों का खेल और तर्क-चिंतन प्रोत्साहित किया गया है।
Key Topics Covered
1. कविता “आनंदमयी कविता”
- रचना: राजेश जोशी की कविता जिसमें ताल और जाल के माध्यम से चिंदा मामा का लोप दिखाया गया है।
- भाव: आश्चर्य, खोज और लीलाचारीता का मिश्रण।
2. शब्दार्थ गतिविधि: ‘अचंभा’
- कविता पढ़कर ‘अचंभा’ शब्द का सम्भावित अर्थ अनुमानित करना।
- दिए गए वाक्यों में ‘अचंभा’ के सही एवं अशुद्ध प्रयोग का चयन।
3. रचनात्मक लेखन
- कविता में ‘चिंदा मामा’ की जगह ‘सूरज भैया’ रखकर नया पाठ तैयार करना।
- इससे भाषा में विन्यास और भावानुभूति का अभ्यास।
4. शब्दों का खेल: “चाँद की रोटी”
- मोहम्मद साकज़िद खान की दो-चार पंक्तियों की कविता।
- प्रश्न:
- “चाँद की रोटी” किससे सम्बोधित है?
- मछली चाँद की रोटी क्यों नहीं खा पाई होगी?
- उद्देश्य: रूपक (metaphor) को समझना व व्याख्या करना।
New Terms
शब्द | सरल परिभाषा |
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अचंभा | आश्चर्य; अचरजजनक स्थिति |
जाल | मकड़ी या मछुआरे का फंसाने का उपकरण; जालना |
ताला | बंद करने का यंत्र |
रूपक (Metaphor) | किसी वस्तु/विचार को दूसरी वस्तु/विचार से तुलना करके विशेष अर्थ देना |
कविता | छन्दबद्ध रचना; कवि की अनुभूतियों का शब्दबद्ध रूप |
रचनात्मक | नई कल्पना या विचार से निर्मित |