Chapter 26: बादल
2nd StandardHindi
बादल - Chapter Summary
## अवलोकन
‘आनंदमयी कविता’ में वर्षा की मस्ती और प्रकृति के सौंदर्य का वर्णन है। कवि श्रीप्रसाद ने बारिश के बादलों, बिजली की चमक, तैरती कागज़ की नाव, भागती गाय, नाचते मोर और ठंडी हवे का जीवंत चित्रण किया है। पाठ में कविता पढ़ने के बाद बच्चों के लिए सुनने-समझने, बोलने, लिखने और चित्रकारी से जुड़ी कई गतिविधियाँ दी गई हैं, जो भाषा कौशल, शब्दावली विस्तार और रचनात्मकता को बढ़ावा देती हैं।
## प्रमुख विषय
1. **कविता पाठ**
- काले काले पानी वाले बादल, सरसराती हवा और बिजली की गर्जना का वर्णन
- मोर के नृत्य, झूमते मन और कागज़ की नाव की तैराकी
- बारिश की ध्वनि “कलकल छलछल” में आनंद का संचार
2. **समझ-उत्तर अभ्यास**
- कवितात्मक वाक्यों पर आधारित प्रश्न:
1. बादल कैसे बरसते हैं?
2. मोर कैसे नाचते हैं?
3. हवा कैसा सरसराती है?
- व्यक्तिगत अनुभव प्रश्न:
1. बारिश से पहले का मौसम कैसा लगता है?
2. आपको बारिश का क्या सबसे अच्छा पक्ष लगता है?
3. क्या कभी बारिश से परेशानी हुई?
3. **चित्रकारी और लेखन**
- आकाश और बादलों के आकारों के चित्र बनाना
- समाचार पत्र से मौसम संबंधी जानकारी पढ़कर समूह चर्चा
- दिए गए चित्रों में रंग भरकर ५–६ वाक्य लिखना
4. **शब्द खेल और शब्द निर्माण**
- “बादल” सुनते ही जुड़ने वाले शब्द पहचानना (जैसे पंख – पक्षी)
- दिए हुए शब्दों के साथ नए शब्द बनाना (जैसे मोरपंख, गुलाबपत्र)
- शब्दों की ध्वनि और अक्षर संरचना पर विचार
5. **शब्द चयन और रिक्त स्थान पूर्ण करना**
- कविता से वाक्यांशों में सही शब्द भरना
- शब्दों को पढ़कर बचचों के नाम और वस्तुओं के नाम अलग-अलग लिखना
6. **कहानी सुनाना**
- “एक पेड पर बहुत-सी चिड़ियाँ रहती थीं…” से शुरू होने वाली कहानी
- बच्चों से बार-बार प्रश्न-उत्तर (“जिर?” “चुह!”) कर मनोरंजन व ध्यान बनाए रखना
## नए शब्द / सरल परिभाषाएँ
| शब्द | सरल परिभाषा |
|-----------------|-----------------------------------------------------|
| कंबल | मोटा कपड़ा जो शरीर को ढकने में काम आता है |
| सरसराना | धीरे-धीरे बहने या चलने की धीमी आवाज |
| गड़गड़ाना | बिजली के समय गरजने की गूंजती आवाज |
| झमू झमू करना | खुशी में नाचते हुए मधुर झंकार करना |
| छलछल | पानी के बूँदों की छनछनाहट की आवाज |
| कागज़ की नैया | पेपर से बनी छोटी नाव |
| चिड़िया | उड़ने वाली छोटी पक्षी |
| प्रकाश | रोशनी |
| भाप | पानी का गरम होकर वाष्प बन जाना |
| बारिश | आकाश से पानी की बूँदों का गिरना |
‘आनंदमयी कविता’ में वर्षा की मस्ती और प्रकृति के सौंदर्य का वर्णन है। कवि श्रीप्रसाद ने बारिश के बादलों, बिजली की चमक, तैरती कागज़ की नाव, भागती गाय, नाचते मोर और ठंडी हवे का जीवंत चित्रण किया है। पाठ में कविता पढ़ने के बाद बच्चों के लिए सुनने-समझने, बोलने, लिखने और चित्रकारी से जुड़ी कई गतिविधियाँ दी गई हैं, जो भाषा कौशल, शब्दावली विस्तार और रचनात्मकता को बढ़ावा देती हैं।
## प्रमुख विषय
1. **कविता पाठ**
- काले काले पानी वाले बादल, सरसराती हवा और बिजली की गर्जना का वर्णन
- मोर के नृत्य, झूमते मन और कागज़ की नाव की तैराकी
- बारिश की ध्वनि “कलकल छलछल” में आनंद का संचार
2. **समझ-उत्तर अभ्यास**
- कवितात्मक वाक्यों पर आधारित प्रश्न:
1. बादल कैसे बरसते हैं?
2. मोर कैसे नाचते हैं?
3. हवा कैसा सरसराती है?
- व्यक्तिगत अनुभव प्रश्न:
1. बारिश से पहले का मौसम कैसा लगता है?
2. आपको बारिश का क्या सबसे अच्छा पक्ष लगता है?
3. क्या कभी बारिश से परेशानी हुई?
3. **चित्रकारी और लेखन**
- आकाश और बादलों के आकारों के चित्र बनाना
- समाचार पत्र से मौसम संबंधी जानकारी पढ़कर समूह चर्चा
- दिए गए चित्रों में रंग भरकर ५–६ वाक्य लिखना
4. **शब्द खेल और शब्द निर्माण**
- “बादल” सुनते ही जुड़ने वाले शब्द पहचानना (जैसे पंख – पक्षी)
- दिए हुए शब्दों के साथ नए शब्द बनाना (जैसे मोरपंख, गुलाबपत्र)
- शब्दों की ध्वनि और अक्षर संरचना पर विचार
5. **शब्द चयन और रिक्त स्थान पूर्ण करना**
- कविता से वाक्यांशों में सही शब्द भरना
- शब्दों को पढ़कर बचचों के नाम और वस्तुओं के नाम अलग-अलग लिखना
6. **कहानी सुनाना**
- “एक पेड पर बहुत-सी चिड़ियाँ रहती थीं…” से शुरू होने वाली कहानी
- बच्चों से बार-बार प्रश्न-उत्तर (“जिर?” “चुह!”) कर मनोरंजन व ध्यान बनाए रखना
## नए शब्द / सरल परिभाषाएँ
| शब्द | सरल परिभाषा |
|-----------------|-----------------------------------------------------|
| कंबल | मोटा कपड़ा जो शरीर को ढकने में काम आता है |
| सरसराना | धीरे-धीरे बहने या चलने की धीमी आवाज |
| गड़गड़ाना | बिजली के समय गरजने की गूंजती आवाज |
| झमू झमू करना | खुशी में नाचते हुए मधुर झंकार करना |
| छलछल | पानी के बूँदों की छनछनाहट की आवाज |
| कागज़ की नैया | पेपर से बनी छोटी नाव |
| चिड़िया | उड़ने वाली छोटी पक्षी |
| प्रकाश | रोशनी |
| भाप | पानी का गरम होकर वाष्प बन जाना |
| बारिश | आकाश से पानी की बूँदों का गिरना |
अवलोकन
‘आनंदमयी कविता’ में वर्षा की मस्ती और प्रकृति के सौंदर्य का वर्णन है। कवि श्रीप्रसाद ने बारिश के बादलों, बिजली की चमक, तैरती कागज़ की नाव, भागती गाय, नाचते मोर और ठंडी हवे का जीवंत चित्रण किया है। पाठ में कविता पढ़ने के बाद बच्चों के लिए सुनने-समझने, बोलने, लिखने और चित्रकारी से जुड़ी कई गतिविधियाँ दी गई हैं, जो भाषा कौशल, शब्दावली विस्तार और रचनात्मकता को बढ़ावा देती हैं।
प्रमुख विषय
-
कविता पाठ
- काले काले पानी वाले बादल, सरसराती हवा और बिजली की गर्जना का वर्णन
- मोर के नृत्य, झूमते मन और कागज़ की नाव की तैराकी
- बारिश की ध्वनि “कलकल छलछल” में आनंद का संचार
-
समझ-उत्तर अभ्यास
- कवितात्मक वाक्यों पर आधारित प्रश्न:
- बादल कैसे बरसते हैं?
- मोर कैसे नाचते हैं?
- हवा कैसा सरसराती है?
- व्यक्तिगत अनुभव प्रश्न:
- बारिश से पहले का मौसम कैसा लगता है?
- आपको बारिश का क्या सबसे अच्छा पक्ष लगता है?
- क्या कभी बारिश से परेशानी हुई?
- कवितात्मक वाक्यों पर आधारित प्रश्न:
-
चित्रकारी और लेखन
- आकाश और बादलों के आकारों के चित्र बनाना
- समाचार पत्र से मौसम संबंधी जानकारी पढ़कर समूह चर्चा
- दिए गए चित्रों में रंग भरकर ५–६ वाक्य लिखना
-
शब्द खेल और शब्द निर्माण
- “बादल” सुनते ही जुड़ने वाले शब्द पहचानना (जैसे पंख – पक्षी)
- दिए हुए शब्दों के साथ नए शब्द बनाना (जैसे मोरपंख, गुलाबपत्र)
- शब्दों की ध्वनि और अक्षर संरचना पर विचार
-
शब्द चयन और रिक्त स्थान पूर्ण करना
- कविता से वाक्यांशों में सही शब्द भरना
- शब्दों को पढ़कर बचचों के नाम और वस्तुओं के नाम अलग-अलग लिखना
-
कहानी सुनाना
- “एक पेड पर बहुत-सी चिड़ियाँ रहती थीं…” से शुरू होने वाली कहानी
- बच्चों से बार-बार प्रश्न-उत्तर (“जिर?” “चुह!”) कर मनोरंजन व ध्यान बनाए रखना
नए शब्द / सरल परिभाषाएँ
शब्द | सरल परिभाषा |
---|---|
कंबल | मोटा कपड़ा जो शरीर को ढकने में काम आता है |
सरसराना | धीरे-धीरे बहने या चलने की धीमी आवाज |
गड़गड़ाना | बिजली के समय गरजने की गूंजती आवाज |
झमू झमू करना | खुशी में नाचते हुए मधुर झंकार करना |
छलछल | पानी के बूँदों की छनछनाहट की आवाज |
कागज़ की नैया | पेपर से बनी छोटी नाव |
चिड़िया | उड़ने वाली छोटी पक्षी |
प्रकाश | रोशनी |
भाप | पानी का गरम होकर वाष्प बन जाना |
बारिश | आकाश से पानी की बूँदों का गिरना |