Chapter 3: कितने पैर?
Chapter Summary
कितने पैर? - Chapter Summary
## मुख्य विषय
यह पाठ विभिन्न जीवों के पैरों की संख्या के बारे में है। अध्यापक और बच्चों के बीच संवाद के माध्यम से इस विषय को समझाया गया है।
## शून्य पैर वाले जीव
**केंचुआ** - इसके पैर नहीं होते हैं। यह अपने पेट के बल सरकता है। श्याम ने बताया कि बरसात में उसने बहुत से केंचुए देखे हैं जो पेट के बल चलते हैं।
## दो पैर वाले जीव (द्विपाद)
**मनुष्य** - सबसे प्रमुख द्विपाद जीव है।
**चिड़ियाँ** - सारी चिड़ियाँ द्विपाद होती हैं।
**कंगारू** - यह एक अनोखा द्विपाद पशु है जो ऑस्ट्रेलिया में पाया जाता है। यह दो पैरों पर कूद-कूदकर चलता है। इसके पेट पर एक थैली होती है जिसमें यह अपने बच्चे को साथ ले जाता है। जब यह तेजी से चलता है तो दो पैरों पर कूदता है, धीरे चलते समय झुककर चार पैरों पर चलता है (इसलिए इसे चतुष्पाद भी कहते हैं), और कभी-कभी अपनी पूँछ का भी उपयोग करता है (इसलिए पंचपाद भी कहलाता है)।
## चार पैर वाले जीव (चतुष्पाद)
अधिकतर पशुओं के चार पैर होते हैं:
- **पालतू पशु**: गाय, भैंस, बकरी, गधा, कुत्ता, बिल्ली, घोड़ा
- **जंगली पशु**: शेर, चीता, जेब्रा, जिराफ, बंदर, मेंढक, ऊदबिलाव, घड़ियाल
## छह पैर वाले जीव (कीट)
अधिकांश कीटों के छह पैर होते हैं:
- **चींटी और चींटियाँ** - मीना ने इन्हें बहुत पास से देखा और गिनकर पता लगाया कि इनके छह पैर होते हैं
- **अन्य कीट**: मक्खी, भँवरा, तितली, झींगुर, मेंढक, ऊदबिलाव, घड़ियाल, शेर, चींता, जेब्रा, जिराफ
## आठ पैर वाले जीव
**मकड़ी** - इसके आठ पैर होते हैं। जब यह जाले पर चलती है तो इसके पैर स्पष्ट दिखाई देते हैं।
## बहुत अधिक पैर वाले जीव
**कनखजूरा** - यह एक अद्भुत कीट है जिसके तीस (३०) से लेकर तीन सौ बयासी (३८२) तक पैर हो सकते हैं। अर्थात् पंद्रह (१५) जोड़ी से लेकर एक सौ इक्यानवे (१९१) जोड़ी तक पैर हो सकते हैं। यह अधिकतर ऐसे स्थानों में रहता है जहाँ सीलन और अँधेरा हो, जैसे गीले पेड़ों के तनों के अंदर या गीली घास या पत्तों के ढेर के नीचे।
## मुख्य संदेश
पाठ यह बताता है कि धरती पर रहने वाले जीवों के पैरों की संख्या शून्य से लेकर कई सौ तक हो सकती है। हर जीव की अपनी विशेषता होती है और सभी अपने-अपने तरीके से चलते-फिरते हैं।
## अभ्यास और गतिविधियाँ
पाठ में विभिन्न प्रकार के अभ्यास दिए गए हैं:
- जीवों को उनके पैरों की संख्या के अनुसार वर्गीकृत करना
- पैरों की देखभाल के तरीके
- गणित की पहेलियाँ (जैसे भैंसों और मकड़ियों के पैर गिनना)
- पैर और हाथ की समानताएँ और भिन्नताएँ
## नई शब्दावली
| शब्द | अर्थ |
|------|------|
| द्विपाद | दो पैर वाला |
| चतुष्पाद | चार पैर वाला |
| पंचपाद | पाँच की तरह काम करने वाले अंग (पैर + पूँछ) |
| कनखजूरा | बहुत से पैरों वाला कीट |
| सीलन | नमी, गीलापन |
| अद्भुत | आश्चर्यजनक |
| ऊदबिलाव | एक जल में रहने वाला पशु |
| घड़ियाल | एक प्रकार का मगरमच्छ |
कितने पैर?
मुख्य विषय
यह पाठ विभिन्न जीवों के पैरों की संख्या के बारे में है। अध्यापक और बच्चों के बीच संवाद के माध्यम से इस विषय को समझाया गया है।
शून्य पैर वाले जीव
केंचुआ - इसके पैर नहीं होते हैं। यह अपने पेट के बल सरकता है। श्याम ने बताया कि बरसात में उसने बहुत से केंचुए देखे हैं जो पेट के बल चलते हैं।
दो पैर वाले जीव (द्विपाद)
मनुष्य - सबसे प्रमुख द्विपाद जीव है।
चिड़ियाँ - सारी चिड़ियाँ द्विपाद होती हैं।
कंगारू - यह एक अनोखा द्विपाद पशु है जो ऑस्ट्रेलिया में पाया जाता है। यह दो पैरों पर कूद-कूदकर चलता है। इसके पेट पर एक थैली होती है जिसमें यह अपने बच्चे को साथ ले जाता है। जब यह तेजी से चलता है तो दो पैरों पर कूदता है, धीरे चलते समय झुककर चार पैरों पर चलता है (इसलिए इसे चतुष्पाद भी कहते हैं), और कभी-कभी अपनी पूँछ का भी उपयोग करता है (इसलिए पंचपाद भी कहलाता है)।
चार पैर वाले जीव (चतुष्पाद)
अधिकतर पशुओं के चार पैर होते हैं:
- पालतू पशु: गाय, भैंस, बकरी, गधा, कुत्ता, बिल्ली, घोड़ा
- जंगली पशु: शेर, चीता, जेब्रा, जिराफ, बंदर, मेंढक, ऊदबिलाव, घड़ियाल
छह पैर वाले जीव (कीट)
अधिकांश कीटों के छह पैर होते हैं:
- चींटी और चींटियाँ - मीना ने इन्हें बहुत पास से देखा और गिनकर पता लगाया कि इनके छह पैर होते हैं
- अन्य कीट: मक्खी, भँवरा, तितली, झींगुर, मेंढक, ऊदबिलाव, घड़ियाल, शेर, चींता, जेब्रा, जिराफ
आठ पैर वाले जीव
मकड़ी - इसके आठ पैर होते हैं। जब यह जाले पर चलती है तो इसके पैर स्पष्ट दिखाई देते हैं।
बहुत अधिक पैर वाले जीव
कनखजूरा - यह एक अद्भुत कीट है जिसके तीस (३०) से लेकर तीन सौ बयासी (३८२) तक पैर हो सकते हैं। अर्थात् पंद्रह (१५) जोड़ी से लेकर एक सौ इक्यानवे (१९१) जोड़ी तक पैर हो सकते हैं। यह अधिकतर ऐसे स्थानों में रहता है जहाँ सीलन और अँधेरा हो, जैसे गीले पेड़ों के तनों के अंदर या गीली घास या पत्तों के ढेर के नीचे।
मुख्य संदेश
पाठ यह बताता है कि धरती पर रहने वाले जीवों के पैरों की संख्या शून्य से लेकर कई सौ तक हो सकती है। हर जीव की अपनी विशेषता होती है और सभी अपने-अपने तरीके से चलते-फिरते हैं।
अभ्यास और गतिविधियाँ
पाठ में विभिन्न प्रकार के अभ्यास दिए गए हैं:
- जीवों को उनके पैरों की संख्या के अनुसार वर्गीकृत करना
- पैरों की देखभाल के तरीके
- गणित की पहेलियाँ (जैसे भैंसों और मकड़ियों के पैर गिनना)
- पैर और हाथ की समानताएँ और भिन्नताएँ
नई शब्दावली
शब्द | अर्थ |
---|---|
द्विपाद | दो पैर वाला |
चतुष्पाद | चार पैर वाला |
पंचपाद | पाँच की तरह काम करने वाले अंग (पैर + पूँछ) |
कनखजूरा | बहुत से पैरों वाला कीट |
सीलन | नमी, गीलापन |
अद्भुत | आश्चर्यजनक |
ऊदबिलाव | एक जल में रहने वाला पशु |
घड़ियाल | एक प्रकार का मगरमच्छ |