Chapter 5: आम का पेड़
3rd StandardHindi
आम का पेड़ - Chapter Summary
# आम का पेड़
## कहानी का सारांश
यह कहानी एक छोटे बालक **सौरभ** की है जो गर्मियों की छुट्टियों में अपने नाना-नानी से आम पाकर बहुत खुश होता है। उसे आम इतने पसंद आते हैं कि वह सोचता है कि ऐसे ही मीठे आम वह अपने बगीचे में उगाएगा।
- वह एक **गुठली** बगीचे में बो देता है, उस पर मिट्टी डालता है और नियमित रूप से पानी देने लगता है।
- कुछ समय तक पौधा नहीं उगता, जिससे वह निराश होकर पानी देना बंद कर देता है।
- एक दिन बारिश के बाद वह देखता है कि वहाँ एक छोटा-सा आम का पौधा उग आया है।
- वह अपनी छोटी बहन **प्रिय** को बुलाता है और दोनों खुश होकर अपने पिता को पौधे के बारे में बताते हैं।
- पिता उन्हें समझाते हैं कि इस छोटे पौधे को बड़ा पेड़ बनने में कई वर्ष लगेंगे, तब जाकर उसमें आम लगेंगे।
- सौरभ यह सुनकर भी हिम्मत नहीं हारता और कहता है कि वे दोनों मिलकर इसकी देखभाल करेंगे और एक दिन इसके फल ज़रूर खाएँगे।
यह कहानी बच्चों को सिखाती है कि **प्रकृति के साथ धैर्य और देखभाल से संबंध बनाना चाहिए।**
## प्रमुख विषय
### 1. बीज बोने की प्रक्रिया
- गुठली को चुनना और सही स्थान पर लगाना।
- मिट्टी और पानी देना।
- प्रतीक्षा और निरंतरता का महत्व।
### 2. प्रकृति और धैर्य
- पौधे को फल देने में समय लगता है।
- उसे बड़े होने के लिए देखभाल की जरूरत होती है।
### 3. पारिवारिक सहयोग और खुशी
- सौरभ और उसकी बहन की उत्सुकता।
- पिताजी का प्रोत्साहन और मार्गदर्शन।
---
## सरल शब्दावली (New Terms)
| शब्द | सरल अर्थ |
|------------------|----------------------------------------|
| गुठली | फल के अंदर का बीज |
| पौधा | छोटा पेड़ जो बीज से उगता है |
| कोंपलें | नए उगते हुए पत्ते या शाखाएं |
| शाखाएँ | पेड़ की फैली हुई टहनियाँ |
| देखभाल | किसी चीज़ का ध्यानपूर्वक ध्यान रखना |
| बगीचा | फूलों, पौधों या पेड़ों वाला छोटा खेत |
| पर्यावरण | हमारे चारों ओर का प्राकृतिक वातावरण |
| धैर्य | प्रतीक्षा करने की क्षमता |
| बोना | बीज लगाना |
| फल | पेड़ या पौधे से उत्पन्न खाद्य भाग |
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## कहानी का सारांश
यह कहानी एक छोटे बालक **सौरभ** की है जो गर्मियों की छुट्टियों में अपने नाना-नानी से आम पाकर बहुत खुश होता है। उसे आम इतने पसंद आते हैं कि वह सोचता है कि ऐसे ही मीठे आम वह अपने बगीचे में उगाएगा।
- वह एक **गुठली** बगीचे में बो देता है, उस पर मिट्टी डालता है और नियमित रूप से पानी देने लगता है।
- कुछ समय तक पौधा नहीं उगता, जिससे वह निराश होकर पानी देना बंद कर देता है।
- एक दिन बारिश के बाद वह देखता है कि वहाँ एक छोटा-सा आम का पौधा उग आया है।
- वह अपनी छोटी बहन **प्रिय** को बुलाता है और दोनों खुश होकर अपने पिता को पौधे के बारे में बताते हैं।
- पिता उन्हें समझाते हैं कि इस छोटे पौधे को बड़ा पेड़ बनने में कई वर्ष लगेंगे, तब जाकर उसमें आम लगेंगे।
- सौरभ यह सुनकर भी हिम्मत नहीं हारता और कहता है कि वे दोनों मिलकर इसकी देखभाल करेंगे और एक दिन इसके फल ज़रूर खाएँगे।
यह कहानी बच्चों को सिखाती है कि **प्रकृति के साथ धैर्य और देखभाल से संबंध बनाना चाहिए।**
## प्रमुख विषय
### 1. बीज बोने की प्रक्रिया
- गुठली को चुनना और सही स्थान पर लगाना।
- मिट्टी और पानी देना।
- प्रतीक्षा और निरंतरता का महत्व।
### 2. प्रकृति और धैर्य
- पौधे को फल देने में समय लगता है।
- उसे बड़े होने के लिए देखभाल की जरूरत होती है।
### 3. पारिवारिक सहयोग और खुशी
- सौरभ और उसकी बहन की उत्सुकता।
- पिताजी का प्रोत्साहन और मार्गदर्शन।
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## सरल शब्दावली (New Terms)
| शब्द | सरल अर्थ |
|------------------|----------------------------------------|
| गुठली | फल के अंदर का बीज |
| पौधा | छोटा पेड़ जो बीज से उगता है |
| कोंपलें | नए उगते हुए पत्ते या शाखाएं |
| शाखाएँ | पेड़ की फैली हुई टहनियाँ |
| देखभाल | किसी चीज़ का ध्यानपूर्वक ध्यान रखना |
| बगीचा | फूलों, पौधों या पेड़ों वाला छोटा खेत |
| पर्यावरण | हमारे चारों ओर का प्राकृतिक वातावरण |
| धैर्य | प्रतीक्षा करने की क्षमता |
| बोना | बीज लगाना |
| फल | पेड़ या पौधे से उत्पन्न खाद्य भाग |
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आम का पेड़
कहानी का सारांश
यह कहानी एक छोटे बालक सौरभ की है जो गर्मियों की छुट्टियों में अपने नाना-नानी से आम पाकर बहुत खुश होता है। उसे आम इतने पसंद आते हैं कि वह सोचता है कि ऐसे ही मीठे आम वह अपने बगीचे में उगाएगा।
- वह एक गुठली बगीचे में बो देता है, उस पर मिट्टी डालता है और नियमित रूप से पानी देने लगता है।
- कुछ समय तक पौधा नहीं उगता, जिससे वह निराश होकर पानी देना बंद कर देता है।
- एक दिन बारिश के बाद वह देखता है कि वहाँ एक छोटा-सा आम का पौधा उग आया है।
- वह अपनी छोटी बहन प्रिय को बुलाता है और दोनों खुश होकर अपने पिता को पौधे के बारे में बताते हैं।
- पिता उन्हें समझाते हैं कि इस छोटे पौधे को बड़ा पेड़ बनने में कई वर्ष लगेंगे, तब जाकर उसमें आम लगेंगे।
- सौरभ यह सुनकर भी हिम्मत नहीं हारता और कहता है कि वे दोनों मिलकर इसकी देखभाल करेंगे और एक दिन इसके फल ज़रूर खाएँगे।
यह कहानी बच्चों को सिखाती है कि प्रकृति के साथ धैर्य और देखभाल से संबंध बनाना चाहिए।
प्रमुख विषय
1. बीज बोने की प्रक्रिया
- गुठली को चुनना और सही स्थान पर लगाना।
- मिट्टी और पानी देना।
- प्रतीक्षा और निरंतरता का महत्व।
2. प्रकृति और धैर्य
- पौधे को फल देने में समय लगता है।
- उसे बड़े होने के लिए देखभाल की जरूरत होती है।
3. पारिवारिक सहयोग और खुशी
- सौरभ और उसकी बहन की उत्सुकता।
- पिताजी का प्रोत्साहन और मार्गदर्शन।
सरल शब्दावली (New Terms)
शब्द | सरल अर्थ |
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गुठली | फल के अंदर का बीज |
पौधा | छोटा पेड़ जो बीज से उगता है |
कोंपलें | नए उगते हुए पत्ते या शाखाएं |
शाखाएँ | पेड़ की फैली हुई टहनियाँ |
देखभाल | किसी चीज़ का ध्यानपूर्वक ध्यान रखना |
बगीचा | फूलों, पौधों या पेड़ों वाला छोटा खेत |
पर्यावरण | हमारे चारों ओर का प्राकृतिक वातावरण |
धैर्य | प्रतीक्षा करने की क्षमता |
बोना | बीज लगाना |
फल | पेड़ या पौधे से उत्पन्न खाद्य भाग |