Chapter 6: बीरबल की खिचड़ी
बीरबल की खिचड़ी - Chapter Summary
## सारांश
यह कहानी अकबर और बीरबल की प्रसिद्ध किस्सों में से एक है। एक बार अकबर अपने साथियों सहित एक गाँव से गुजरते हैं, जहाँ वे देखते हैं कि लोग आग के चारों ओर बैठे सर्दी से बचाव कर रहे हैं। उसी समय एक गरीब व्यक्ति कहता है कि वह सर्द रातभर यमुना नदी के पानी में खड़ा रह सकता है। अकबर उसे चुनौती देते हैं कि अगर वह यह कर दिखाए तो उसे इनाम में मोहरें मिलेंगी।
वह व्यक्ति सचमुच सारी रात ठंडे पानी में खड़ा रहता है और अगली सुबह दरबार में पहुँचता है। लेकिन जब वह यह कहता है कि उसने राजमहल से आने वाले दीपक की रोशनी देख कर ठंड बर्दाश्त की, तो अकबर उसे इनाम देने से मना कर देते हैं, यह कहकर कि उसने दीपक की गरमी से खुद को गर्म रखा।
यह सुन बीरबल को दुख होता है और वह उस व्यक्ति की सहायता करने का विचार करते हैं। अगली सुबह बीरबल दरबार नहीं आते। जब अकबर उन्हें बुलाते हैं, तो बीरबल कहते हैं कि वे खिचड़ी पका रहे हैं और पक जाने पर दरबार आएँगे।
जब अकबर स्वयं बीरबल के घर पहुँचते हैं तो देखते हैं कि एक लंबी बांस की डंडी के ऊपर हांड़ी लटक रही है और नीचे ज़मीन पर थोड़ी सी आग जल रही है। अकबर आश्चर्य से पूछते हैं कि इस आग से खिचड़ी कैसे पकेगी! तब बीरबल उत्तर देते हैं कि जैसे दीपक की गरमी से कोई सर्दी में रातभर खड़ा रह सकता है, वैसे ही यह खिचड़ी भी पक सकती है।
बीरबल की यह व्यंग्यात्मक समझदारी अकबर को बात समझा देती है और वे उस गरीब व्यक्ति को दरबार बुलाकर सम्मानपूर्वक इनाम देते हैं।
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## नए शब्द और सरल अर्थ
| शब्द | सरल अर्थ |
|--------------|---------------------------------------------|
| दरबार | राजा का न्यायालय जहाँ सलाहकार और मंत्री होते हैं |
| मोहर | पुराने समय का सोने का सिक्का |
| चतुराई | होशियारी, बुद्धिमानी |
| खिचड़ी | चावल और दाल से बनी एक भारतीय खाद्य सामग्री |
| दीपक | जलने वाला छोटा दिया जिससे रोशनी होती है |
| इनाम | पुरस्कार |
| गरमी | ऊष्मा, गर्माहट |
| व्यंग्य | मज़ाक में कही गई बात जिसमें गहरी समझ होती है |
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## अभ्यास प्रश्न
### आसान (Easy)
1. बीरबल कौन थे?
**उत्तर**: बीरबल अकबर के दरबार के एक चतुर और प्रसिद्ध मंत्री थे।
2. गरीब व्यक्ति को अकबर ने क्या इनाम देने का वादा किया था?
**उत्तर**: एक थैली भर मोहरें।
3. बीरबल ने खिचड़ी कैसे पकाई?
**उत्तर**: उन्होंने बहुत ऊँचाई पर हांड़ी लटकाई और नीचे ज़मीन पर थोड़ी-सी आग जलाई।
### मध्यम (Medium)
4. बादशाह ने गरीब व्यक्ति को इनाम क्यों नहीं दिया?
**उत्तर**: उन्होंने सोचा कि वह दीपक की गरमी से बच गया था, इसलिए उसे ठंड नहीं लगी।
5. बीरबल ने अपनी चतुराई से अकबर को कैसे समझाया?
**उत्तर**: उन्होंने खिचड़ी पकाने का अजीब तरीका अपनाकर बताया कि जिस तरह दूर से गर्मी नहीं पहुँच सकती, वैसे ही दीपक की गरमी से ठंड नहीं कट सकती।
### कठिन (Difficult)
6. गरीब व्यक्ति के स्थान पर आप होते तो क्या करते?
**उत्तर**: मैं भी न्याय की उम्मीद में दरबार पहुँचता और सच्चाई से अपनी बात रखता।
7. बीरबल के खिचड़ी पकाने के तरीके से हमें क्या शिक्षा मिलती है?
**उत्तर**: यह शिक्षा मिलती है कि किसी के साथ अन्याय हो तो हमें समझदारी से उसकी सहायता करनी चाहिए।
8. अकबर को अपनी गलती का अहसास कब और कैसे हुआ?
**उत्तर**: जब उन्होंने बीरबल का खिचड़ी पकाने का तरीका देखा और उसकी तुलना दीपक की गरमी से की।
### बहुत कठिन (Very Difficult)
9. बीरबल की कहानी में निहित व्यंग्य की व्याख्या करें।
**उत्तर**: बीरबल ने खिचड़ी पकाने की असंभव प्रक्रिया दिखाकर अकबर को यह समझाया कि जैसे दूर की आग से खिचड़ी नहीं पक सकती, वैसे ही दीपक की गरमी से ठंड नहीं मिटाई जा सकती। यह एक व्यंग्यात्मक तरीका था अन्याय को उजागर करने का।
10. “बीरबल की खिचड़ी” का आज के समाज में क्या प्रासंगिकता है?
**उत्तर**: आज भी कई बार लोगों को न्याय नहीं मिलता। यह कहानी सिखाती है कि बुद्धिमानी और साहस से अन्याय के विरुद्ध खड़ा होकर दूसरों की सहायता की जा सकती है।
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बीरबल की खिचड़ी
सारांश
यह कहानी अकबर और बीरबल की प्रसिद्ध किस्सों में से एक है। एक बार अकबर अपने साथियों सहित एक गाँव से गुजरते हैं, जहाँ वे देखते हैं कि लोग आग के चारों ओर बैठे सर्दी से बचाव कर रहे हैं। उसी समय एक गरीब व्यक्ति कहता है कि वह सर्द रातभर यमुना नदी के पानी में खड़ा रह सकता है। अकबर उसे चुनौती देते हैं कि अगर वह यह कर दिखाए तो उसे इनाम में मोहरें मिलेंगी।
वह व्यक्ति सचमुच सारी रात ठंडे पानी में खड़ा रहता है और अगली सुबह दरबार में पहुँचता है। लेकिन जब वह यह कहता है कि उसने राजमहल से आने वाले दीपक की रोशनी देख कर ठंड बर्दाश्त की, तो अकबर उसे इनाम देने से मना कर देते हैं, यह कहकर कि उसने दीपक की गरमी से खुद को गर्म रखा।
यह सुन बीरबल को दुख होता है और वह उस व्यक्ति की सहायता करने का विचार करते हैं। अगली सुबह बीरबल दरबार नहीं आते। जब अकबर उन्हें बुलाते हैं, तो बीरबल कहते हैं कि वे खिचड़ी पका रहे हैं और पक जाने पर दरबार आएँगे।
जब अकबर स्वयं बीरबल के घर पहुँचते हैं तो देखते हैं कि एक लंबी बांस की डंडी के ऊपर हांड़ी लटक रही है और नीचे ज़मीन पर थोड़ी सी आग जल रही है। अकबर आश्चर्य से पूछते हैं कि इस आग से खिचड़ी कैसे पकेगी! तब बीरबल उत्तर देते हैं कि जैसे दीपक की गरमी से कोई सर्दी में रातभर खड़ा रह सकता है, वैसे ही यह खिचड़ी भी पक सकती है।
बीरबल की यह व्यंग्यात्मक समझदारी अकबर को बात समझा देती है और वे उस गरीब व्यक्ति को दरबार बुलाकर सम्मानपूर्वक इनाम देते हैं।
नए शब्द और सरल अर्थ
शब्द | सरल अर्थ |
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दरबार | राजा का न्यायालय जहाँ सलाहकार और मंत्री होते हैं |
मोहर | पुराने समय का सोने का सिक्का |
चतुराई | होशियारी, बुद्धिमानी |
खिचड़ी | चावल और दाल से बनी एक भारतीय खाद्य सामग्री |
दीपक | जलने वाला छोटा दिया जिससे रोशनी होती है |
इनाम | पुरस्कार |
गरमी | ऊष्मा, गर्माहट |
व्यंग्य | मज़ाक में कही गई बात जिसमें गहरी समझ होती है |
अभ्यास प्रश्न
आसान (Easy)
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बीरबल कौन थे?
उत्तर: बीरबल अकबर के दरबार के एक चतुर और प्रसिद्ध मंत्री थे। -
गरीब व्यक्ति को अकबर ने क्या इनाम देने का वादा किया था?
उत्तर: एक थैली भर मोहरें। -
बीरबल ने खिचड़ी कैसे पकाई?
उत्तर: उन्होंने बहुत ऊँचाई पर हांड़ी लटकाई और नीचे ज़मीन पर थोड़ी-सी आग जलाई।
मध्यम (Medium)
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बादशाह ने गरीब व्यक्ति को इनाम क्यों नहीं दिया?
उत्तर: उन्होंने सोचा कि वह दीपक की गरमी से बच गया था, इसलिए उसे ठंड नहीं लगी। -
बीरबल ने अपनी चतुराई से अकबर को कैसे समझाया?
उत्तर: उन्होंने खिचड़ी पकाने का अजीब तरीका अपनाकर बताया कि जिस तरह दूर से गर्मी नहीं पहुँच सकती, वैसे ही दीपक की गरमी से ठंड नहीं कट सकती।
कठिन (Difficult)
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गरीब व्यक्ति के स्थान पर आप होते तो क्या करते?
उत्तर: मैं भी न्याय की उम्मीद में दरबार पहुँचता और सच्चाई से अपनी बात रखता। -
बीरबल के खिचड़ी पकाने के तरीके से हमें क्या शिक्षा मिलती है?
उत्तर: यह शिक्षा मिलती है कि किसी के साथ अन्याय हो तो हमें समझदारी से उसकी सहायता करनी चाहिए। -
अकबर को अपनी गलती का अहसास कब और कैसे हुआ?
उत्तर: जब उन्होंने बीरबल का खिचड़ी पकाने का तरीका देखा और उसकी तुलना दीपक की गरमी से की।
बहुत कठिन (Very Difficult)
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बीरबल की कहानी में निहित व्यंग्य की व्याख्या करें।
उत्तर: बीरबल ने खिचड़ी पकाने की असंभव प्रक्रिया दिखाकर अकबर को यह समझाया कि जैसे दूर की आग से खिचड़ी नहीं पक सकती, वैसे ही दीपक की गरमी से ठंड नहीं मिटाई जा सकती। यह एक व्यंग्यात्मक तरीका था अन्याय को उजागर करने का। -
“बीरबल की खिचड़ी” का आज के समाज में क्या प्रासंगिकता है?
उत्तर: आज भी कई बार लोगों को न्याय नहीं मिलता। यह कहानी सिखाती है कि बुद्धिमानी और साहस से अन्याय के विरुद्ध खड़ा होकर दूसरों की सहायता की जा सकती है।