Chapter 14: किसान की होशियारी
किसान की होशियारी - Chapter Summary
## कहानी का सारांश
यह एक शिक्षाप्रद और मनोरंजक कहानी है जिसमें एक चतुर किसान और एक लालची भालू के बीच खेत की उपज को लेकर समझौते और चालाकी को दर्शाया गया है।
### पहली बार:
भालू किसान पर झपटा, लेकिन किसान ने प्राण बचाने के लिए कहा कि वह फसल उगाने के बाद उसकी बात मानेगा। भालू ने कहा कि उसे जमीन के ऊपर की उपज चाहिए। किसान ने आलू बो दिए। जब फसल हुई, तो ऊपर सिर्फ पत्ते थे, जो भालू को मिले। असल उपज यानी आलू जमीन के नीचे थे, जो किसान ने रख लिए।
### दूसरी बार:
भालू ने फिर से कोशिश की और इस बार कहा कि उसे जमीन के नीचे की उपज चाहिए। किसान ने गेहूँ बो दिए। फसल तैयार हुई तो ऊपर सुंदर चमकीले गेहूँ किसान को मिले और भालू को सिर्फ जड़ें।
### तीसरी बार:
भालू ने फिर चाल चली और कहा कि अब उसे ज़मीन के ऊपर और नीचे दोनों की उपज चाहिए। किसान ने गन्ना बो दिया। फसल तैयार हुई तो भालू को पत्ते और जड़ें मिलीं। किसान को बीच की गन्ना की मीठी डंडियाँ मिल गईं। भालू फिर मूर्ख बन गया।
## मुख्य विषय
- **किसान की चतुराई**: कहानी यह दर्शाती है कि बुद्धिमानी से हर परिस्थिति का हल निकाला जा सकता है।
- **भालू की लालच और मूर्खता**: भालू हर बार किसान की चाल में फँसता है।
- **खेती और उपज की समझ**: फसल के विभिन्न हिस्सों – जड़, तना, पत्ते – की जानकारी मिलती है।
## नए शब्द और सरल अर्थ
| शब्द | सरल अर्थ |
|-------------|----------------------------------------|
| उपज | खेत में उगाई गई फसल |
| चतुराई | समझदारी और होशियारी से काम करना |
| समझौता | दो पक्षों के बीच तय किया गया नियम |
| पत्ते | पौधों के हरे हिस्से जो ऊपर दिखते हैं |
| जड़ें | पौधे का वह हिस्सा जो जमीन के नीचे होता है |
| गन्ना | एक मीठा पौधा जिससे रस और गुड़ बनता है |
| आलू | जमीन के नीचे उगने वाली सब्जी |
| गेहूँ | अनाज की फसल जिससे आटा बनता है |
## अभ्यास प्रश्न
### आसान (Easy)
1. किसान ने पहली बार कौन सी फसल बोई थी?
**उत्तर:** आलू
**व्याख्या:** क्योंकि भालू ने ऊपर की उपज मांगी थी और आलू नीचे उगते हैं।
2. भालू को दूसरी बार क्या मिला?
**उत्तर:** गेहूँ की जड़ें
**व्याख्या:** भालू ने नीचे की उपज मांगी थी, और गेहूँ की जड़ें ही उसे मिलीं।
3. तीसरी बार किसान ने कौन सी फसल बोई?
**उत्तर:** गन्ना
**व्याख्या:** ताकि ऊपर और नीचे दोनों हिस्सा भालू को जाए और किसान को बीच की मीठी गन्ना मिले।
### मध्यम (Medium)
4. किसान ने अपनी जान कैसे बचाई?
**उत्तर:** उसने भालू से वादा किया कि फसल उगने के बाद उसे उसका हिस्सा देगा।
5. भालू हर बार कैसे धोखा खाता रहा?
**उत्तर:** किसान हर बार ऐसी फसल बोता था जिससे भालू को बेकार हिस्सा मिलता था।
### कठिन (Difficult)
6. किसान ने गन्ना क्यों चुना तीसरी बार?
**उत्तर:** ताकि भालू को ऊपर के पत्ते और नीचे की जड़ें मिलें, और वह खुद गन्ने का डंडा ले सके।
7. यदि आप भालू की जगह होते तो क्या करते?
**उत्तर:** मैं पहले से पूछता कि उपज कौन सी होगी और किस भाग का क्या उपयोग है।
8. इस कहानी से हमें क्या सिखने को मिलता है?
**उत्तर:** चतुराई और सोच-समझ से किसी भी समस्या को हल किया जा सकता है।
### बहुत कठिन (Very Difficult)
9. इस कहानी में किसान की कौन-कौन सी चालें सबसे ज़्यादा प्रभावी थीं?
**उत्तर:** पहली बार आलू बोना और तीसरी बार गन्ना बोना उसकी सबसे प्रभावी चालें थीं।
10. क्या यह कहानी बच्चों को नैतिक शिक्षा देती है? कैसे?
**उत्तर:** हाँ, यह सिखाती है कि लालच का परिणाम नुकसान होता है और समझदारी हमेशा सफल बनाती है।
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किसान की होशियारी
कहानी का सारांश
यह एक शिक्षाप्रद और मनोरंजक कहानी है जिसमें एक चतुर किसान और एक लालची भालू के बीच खेत की उपज को लेकर समझौते और चालाकी को दर्शाया गया है।
पहली बार:
भालू किसान पर झपटा, लेकिन किसान ने प्राण बचाने के लिए कहा कि वह फसल उगाने के बाद उसकी बात मानेगा। भालू ने कहा कि उसे जमीन के ऊपर की उपज चाहिए। किसान ने आलू बो दिए। जब फसल हुई, तो ऊपर सिर्फ पत्ते थे, जो भालू को मिले। असल उपज यानी आलू जमीन के नीचे थे, जो किसान ने रख लिए।
दूसरी बार:
भालू ने फिर से कोशिश की और इस बार कहा कि उसे जमीन के नीचे की उपज चाहिए। किसान ने गेहूँ बो दिए। फसल तैयार हुई तो ऊपर सुंदर चमकीले गेहूँ किसान को मिले और भालू को सिर्फ जड़ें।
तीसरी बार:
भालू ने फिर चाल चली और कहा कि अब उसे ज़मीन के ऊपर और नीचे दोनों की उपज चाहिए। किसान ने गन्ना बो दिया। फसल तैयार हुई तो भालू को पत्ते और जड़ें मिलीं। किसान को बीच की गन्ना की मीठी डंडियाँ मिल गईं। भालू फिर मूर्ख बन गया।
मुख्य विषय
- किसान की चतुराई: कहानी यह दर्शाती है कि बुद्धिमानी से हर परिस्थिति का हल निकाला जा सकता है।
- भालू की लालच और मूर्खता: भालू हर बार किसान की चाल में फँसता है।
- खेती और उपज की समझ: फसल के विभिन्न हिस्सों – जड़, तना, पत्ते – की जानकारी मिलती है।
नए शब्द और सरल अर्थ
शब्द | सरल अर्थ |
---|---|
उपज | खेत में उगाई गई फसल |
चतुराई | समझदारी और होशियारी से काम करना |
समझौता | दो पक्षों के बीच तय किया गया नियम |
पत्ते | पौधों के हरे हिस्से जो ऊपर दिखते हैं |
जड़ें | पौधे का वह हिस्सा जो जमीन के नीचे होता है |
गन्ना | एक मीठा पौधा जिससे रस और गुड़ बनता है |
आलू | जमीन के नीचे उगने वाली सब्जी |
गेहूँ | अनाज की फसल जिससे आटा बनता है |
अभ्यास प्रश्न
आसान (Easy)
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किसान ने पहली बार कौन सी फसल बोई थी?
उत्तर: आलू
व्याख्या: क्योंकि भालू ने ऊपर की उपज मांगी थी और आलू नीचे उगते हैं। -
भालू को दूसरी बार क्या मिला?
उत्तर: गेहूँ की जड़ें
व्याख्या: भालू ने नीचे की उपज मांगी थी, और गेहूँ की जड़ें ही उसे मिलीं। -
तीसरी बार किसान ने कौन सी फसल बोई?
उत्तर: गन्ना
व्याख्या: ताकि ऊपर और नीचे दोनों हिस्सा भालू को जाए और किसान को बीच की मीठी गन्ना मिले।
मध्यम (Medium)
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किसान ने अपनी जान कैसे बचाई?
उत्तर: उसने भालू से वादा किया कि फसल उगने के बाद उसे उसका हिस्सा देगा। -
भालू हर बार कैसे धोखा खाता रहा?
उत्तर: किसान हर बार ऐसी फसल बोता था जिससे भालू को बेकार हिस्सा मिलता था।
कठिन (Difficult)
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किसान ने गन्ना क्यों चुना तीसरी बार?
उत्तर: ताकि भालू को ऊपर के पत्ते और नीचे की जड़ें मिलें, और वह खुद गन्ने का डंडा ले सके। -
यदि आप भालू की जगह होते तो क्या करते?
उत्तर: मैं पहले से पूछता कि उपज कौन सी होगी और किस भाग का क्या उपयोग है। -
इस कहानी से हमें क्या सिखने को मिलता है?
उत्तर: चतुराई और सोच-समझ से किसी भी समस्या को हल किया जा सकता है।
बहुत कठिन (Very Difficult)
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इस कहानी में किसान की कौन-कौन सी चालें सबसे ज़्यादा प्रभावी थीं?
उत्तर: पहली बार आलू बोना और तीसरी बार गन्ना बोना उसकी सबसे प्रभावी चालें थीं। -
क्या यह कहानी बच्चों को नैतिक शिक्षा देती है? कैसे?
उत्तर: हाँ, यह सिखाती है कि लालच का परिणाम नुकसान होता है और समझदारी हमेशा सफल बनाती है।