Chapter 16: चंद्रयान
चंद्रयान - Chapter Summary
## परिचय
यह पाठ कक्षा में अध्यापिका और बच्चों के बीच संवाद के रूप में प्रस्तुत किया गया है। बातचीत चाँद और उस पर किए गए वैज्ञानिक प्रयासों—विशेषकर भारत के चंद्रयान मिशनों—पर केंद्रित है। बच्चों की जिज्ञासा, प्रश्न, और कल्पनाएँ इस संवाद को जीवंत बनाते हैं।
## मुख्य विषयवस्तु
### 1. चाँद के प्रति बच्चों की उत्सुकता
- चाँद के दिखने और न दिखने की घटनाओं पर बच्चों की कल्पनाएँ।
- बच्चों की चाँद पर जाने की इच्छा और उसके बारे में जानने की उत्सुकता।
### 2. चाँद तक कैसे जाएँ?
- सभी विद्यार्थी बताते हैं कि रॉकेट से चाँद पर जाया जा सकता है।
- वे चंद्रयान-1, 2 और 3 के बारे में जानते हैं।
### 3. चंद्रयान मिशन की जानकारी
- **चंद्रयान-1**: चाँद के चारों ओर घूमकर पानी की खोज की।
- **चंद्रयान-2**: तकनीकी गड़बड़ी के कारण चाँद की सतह पर नहीं उतर पाया।
- **चंद्रयान-3**: सफलतापूर्वक चाँद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरा, जिससे भारत पहला ऐसा देश बना।
### 4. चाँद का दक्षिणी ध्रुव
- यह एक कठिन और रहस्यमय स्थान है।
- वैज्ञानिकों का प्रयास वहां की सतह, मिट्टी और जीवन की संभावना की खोज करना है।
### 5. विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर
- चंद्रयान-3 में दो यंत्र थे:
- **विक्रम लैंडर**: चाँद पर उतरने वाला यान।
- **प्रज्ञान रोवर**: चाँद की सतह पर घूमकर जानकारी एकत्र करने वाला यान।
### 6. वैज्ञानिकों का परिश्रम
- पाठ में यह संदेश दिया गया है कि निरंतर प्रयास से असंभव भी संभव हो जाता है।
- चंद्रयान-2 की असफलता के बाद वैज्ञानिकों ने हार नहीं मानी और चंद्रयान-3 के जरिए सफलता प्राप्त की।
### 7. बच्चों की कल्पना और कविता
- अंत में सभी बच्चे एक प्यारी कविता गाते हैं जिसमें वे चाँद पर जाने की कल्पना करते हैं।
## नए शब्दों के सरल अर्थ
| शब्द | सरल अर्थ |
|--------------|-----------------------------------------------|
| चंद्रयान | चाँद पर भेजा गया यान |
| दक्षिणी ध्रुव | चाँद या पृथ्वी का सबसे दक्षिणी सिरा |
| वैज्ञानिक | जो विज्ञान का अध्ययन और प्रयोग करते हैं |
| रॉकेट | आकाश में उड़ने वाला यान |
| लैंडर | चाँद की सतह पर उतरने वाला यंत्र |
| रोवर | चाँद की सतह पर चलने और जानकारी लेने वाला यंत्र |
| सतह | किसी चीज़ का ऊपरी भाग |
| परिश्रम | लगातार मेहनत |
| प्रयास | कोशिश |
| जानकारी | किसी चीज़ से जुड़ी बातों का ज्ञान |
---
## अभ्यास प्रश्न (Practice Questions)
### ● आसान (Easy) – 3 प्रश्न
**1. चाँद पर जाने के लिए कौन-सा वाहन उपयोग किया जाता है?**
(क) बस (ख) रॉकेट (ग) नाव
**उत्तर:** (ख) रॉकेट
**व्याख्या:** चाँद बहुत दूर है और वहाँ पहुँचने के लिए केवल रॉकेट का ही उपयोग किया जाता है।
**2. चंद्रयान-3 चाँद के किस भाग पर उतरा?**
(क) उत्तर ध्रुव (ख) पश्चिम दिशा (ग) दक्षिणी ध्रुव
**उत्तर:** (ग) दक्षिणी ध्रुव
**व्याख्या:** भारत का चंद्रयान-3 दुनिया का पहला यान है जो चाँद के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक उतरा।
**3. चाँद की सतह पर घूमने वाला यंत्र क्या कहलाता है?**
(क) प्रज्ञान (ख) यान (ग) वाहन
**उत्तर:** (क) प्रज्ञान
**व्याख्या:** प्रज्ञान एक रोवर है जो चंद्रयान-3 के साथ चाँद पर गया और वहाँ जानकारी इकट्ठा करता है।
---
### ● मध्यम (Medium) – 2 प्रश्न
**4. वैज्ञानिक चाँद पर क्यों जाना चाहते हैं?**
(क) वहाँ रहना है (ख) वहाँ के रहस्यों को जानना है (ग) चाँद पर खेलना है
**उत्तर:** (ख) वहाँ के रहस्यों को जानना है
**व्याख्या:** वैज्ञानिक चाँद की मिट्टी, पानी और वातावरण का अध्ययन करना चाहते हैं ताकि भविष्य में वहाँ जाना और रहना संभव हो सके।
**5. चंद्रयान-2 मिशन क्यों सफल नहीं हो पाया?**
**उत्तर:** चंद्रयान-2 चाँद की सतह पर उतर नहीं पाया क्योंकि उसमें कुछ तकनीकी खराबी हो गई थी।
**व्याख्या:** यद्यपि यह मिशन पूरी तरह असफल नहीं था, फिर भी लैंडर सफलतापूर्वक लैंड नहीं कर सका।
---
### ● कठिन (Difficult) – 3 प्रश्न
**6. प्रज्ञान रोवर का मुख्य कार्य क्या था?**
**उत्तर:** प्रज्ञान रोवर का मुख्य कार्य चाँद की सतह की जानकारी लेना, उसकी मिट्टी और स्थिति का अध्ययन करना था।
**व्याख्या:** इससे वैज्ञानिक यह जान सकते हैं कि क्या वहाँ जीवन संभव हो सकता है या नहीं।
**7. वैज्ञानिकों ने लगातार प्रयास क्यों किए?**
**उत्तर:** क्योंकि वे चाँद पर उतरना और वहाँ की जानकारी प्राप्त करना चाहते थे।
**व्याख्या:** चंद्रयान-2 की असफलता के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और चंद्रयान-3 को सफल बनाया।
**8. चाँद पर जाना हमारे लिए गौरव की बात क्यों है?**
**उत्तर:** क्योंकि भारत ने कठिन परिस्थितियों में चाँद के दक्षिणी ध्रुव पर यान उतारकर पहली बार इतिहास रच दिया।
**व्याख्या:** यह तकनीकी और वैज्ञानिक दृष्टि से भारत की बड़ी उपलब्धि है।
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### ● बहुत कठिन (Very Difficult) – 2 प्रश्न
**9. विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर में क्या अंतर है?**
**उत्तर:** विक्रम लैंडर चाँद पर उतरने वाला यंत्र है जबकि प्रज्ञान रोवर एक छोटी गाड़ी जैसी मशीन है जो चाँद की सतह पर घूमकर जानकारी एकत्र करता है।
**व्याख्या:** दोनों यंत्र मिलकर चंद्रयान-3 को सफल बनाते हैं।
**10. चंद्रयान मिशन से बच्चों को क्या प्रेरणा मिलती है?**
**उत्तर:** बच्चों को यह सिखने को मिलता है कि निरंतर प्रयास, जिज्ञासा और मेहनत से कोई भी कठिन काम पूरा किया जा सकता है।
**व्याख्या:** वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत और लगन से चंद्रयान मिशन सफल हुआ, जो बच्चों के लिए प्रेरणादायक है।
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चंद्रयान
परिचय
यह पाठ कक्षा में अध्यापिका और बच्चों के बीच संवाद के रूप में प्रस्तुत किया गया है। बातचीत चाँद और उस पर किए गए वैज्ञानिक प्रयासों—विशेषकर भारत के चंद्रयान मिशनों—पर केंद्रित है। बच्चों की जिज्ञासा, प्रश्न, और कल्पनाएँ इस संवाद को जीवंत बनाते हैं।
मुख्य विषयवस्तु
1. चाँद के प्रति बच्चों की उत्सुकता
- चाँद के दिखने और न दिखने की घटनाओं पर बच्चों की कल्पनाएँ।
- बच्चों की चाँद पर जाने की इच्छा और उसके बारे में जानने की उत्सुकता।
2. चाँद तक कैसे जाएँ?
- सभी विद्यार्थी बताते हैं कि रॉकेट से चाँद पर जाया जा सकता है।
- वे चंद्रयान-1, 2 और 3 के बारे में जानते हैं।
3. चंद्रयान मिशन की जानकारी
- चंद्रयान-1: चाँद के चारों ओर घूमकर पानी की खोज की।
- चंद्रयान-2: तकनीकी गड़बड़ी के कारण चाँद की सतह पर नहीं उतर पाया।
- चंद्रयान-3: सफलतापूर्वक चाँद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरा, जिससे भारत पहला ऐसा देश बना।
4. चाँद का दक्षिणी ध्रुव
- यह एक कठिन और रहस्यमय स्थान है।
- वैज्ञानिकों का प्रयास वहां की सतह, मिट्टी और जीवन की संभावना की खोज करना है।
5. विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर
- चंद्रयान-3 में दो यंत्र थे:
- विक्रम लैंडर: चाँद पर उतरने वाला यान।
- प्रज्ञान रोवर: चाँद की सतह पर घूमकर जानकारी एकत्र करने वाला यान।
6. वैज्ञानिकों का परिश्रम
- पाठ में यह संदेश दिया गया है कि निरंतर प्रयास से असंभव भी संभव हो जाता है।
- चंद्रयान-2 की असफलता के बाद वैज्ञानिकों ने हार नहीं मानी और चंद्रयान-3 के जरिए सफलता प्राप्त की।
7. बच्चों की कल्पना और कविता
- अंत में सभी बच्चे एक प्यारी कविता गाते हैं जिसमें वे चाँद पर जाने की कल्पना करते हैं।
नए शब्दों के सरल अर्थ
शब्द | सरल अर्थ |
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चंद्रयान | चाँद पर भेजा गया यान |
दक्षिणी ध्रुव | चाँद या पृथ्वी का सबसे दक्षिणी सिरा |
वैज्ञानिक | जो विज्ञान का अध्ययन और प्रयोग करते हैं |
रॉकेट | आकाश में उड़ने वाला यान |
लैंडर | चाँद की सतह पर उतरने वाला यंत्र |
रोवर | चाँद की सतह पर चलने और जानकारी लेने वाला यंत्र |
सतह | किसी चीज़ का ऊपरी भाग |
परिश्रम | लगातार मेहनत |
प्रयास | कोशिश |
जानकारी | किसी चीज़ से जुड़ी बातों का ज्ञान |
अभ्यास प्रश्न (Practice Questions)
● आसान (Easy) – 3 प्रश्न
1. चाँद पर जाने के लिए कौन-सा वाहन उपयोग किया जाता है? (क) बस (ख) रॉकेट (ग) नाव उत्तर: (ख) रॉकेट व्याख्या: चाँद बहुत दूर है और वहाँ पहुँचने के लिए केवल रॉकेट का ही उपयोग किया जाता है।
2. चंद्रयान-3 चाँद के किस भाग पर उतरा? (क) उत्तर ध्रुव (ख) पश्चिम दिशा (ग) दक्षिणी ध्रुव उत्तर: (ग) दक्षिणी ध्रुव व्याख्या: भारत का चंद्रयान-3 दुनिया का पहला यान है जो चाँद के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक उतरा।
3. चाँद की सतह पर घूमने वाला यंत्र क्या कहलाता है? (क) प्रज्ञान (ख) यान (ग) वाहन उत्तर: (क) प्रज्ञान व्याख्या: प्रज्ञान एक रोवर है जो चंद्रयान-3 के साथ चाँद पर गया और वहाँ जानकारी इकट्ठा करता है।
● मध्यम (Medium) – 2 प्रश्न
4. वैज्ञानिक चाँद पर क्यों जाना चाहते हैं? (क) वहाँ रहना है (ख) वहाँ के रहस्यों को जानना है (ग) चाँद पर खेलना है उत्तर: (ख) वहाँ के रहस्यों को जानना है व्याख्या: वैज्ञानिक चाँद की मिट्टी, पानी और वातावरण का अध्ययन करना चाहते हैं ताकि भविष्य में वहाँ जाना और रहना संभव हो सके।
5. चंद्रयान-2 मिशन क्यों सफल नहीं हो पाया? उत्तर: चंद्रयान-2 चाँद की सतह पर उतर नहीं पाया क्योंकि उसमें कुछ तकनीकी खराबी हो गई थी। व्याख्या: यद्यपि यह मिशन पूरी तरह असफल नहीं था, फिर भी लैंडर सफलतापूर्वक लैंड नहीं कर सका।
● कठिन (Difficult) – 3 प्रश्न
6. प्रज्ञान रोवर का मुख्य कार्य क्या था? उत्तर: प्रज्ञान रोवर का मुख्य कार्य चाँद की सतह की जानकारी लेना, उसकी मिट्टी और स्थिति का अध्ययन करना था। व्याख्या: इससे वैज्ञानिक यह जान सकते हैं कि क्या वहाँ जीवन संभव हो सकता है या नहीं।
7. वैज्ञानिकों ने लगातार प्रयास क्यों किए? उत्तर: क्योंकि वे चाँद पर उतरना और वहाँ की जानकारी प्राप्त करना चाहते थे। व्याख्या: चंद्रयान-2 की असफलता के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और चंद्रयान-3 को सफल बनाया।
8. चाँद पर जाना हमारे लिए गौरव की बात क्यों है? उत्तर: क्योंकि भारत ने कठिन परिस्थितियों में चाँद के दक्षिणी ध्रुव पर यान उतारकर पहली बार इतिहास रच दिया। व्याख्या: यह तकनीकी और वैज्ञानिक दृष्टि से भारत की बड़ी उपलब्धि है।
● बहुत कठिन (Very Difficult) – 2 प्रश्न
9. विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर में क्या अंतर है? उत्तर: विक्रम लैंडर चाँद पर उतरने वाला यंत्र है जबकि प्रज्ञान रोवर एक छोटी गाड़ी जैसी मशीन है जो चाँद की सतह पर घूमकर जानकारी एकत्र करता है। व्याख्या: दोनों यंत्र मिलकर चंद्रयान-3 को सफल बनाते हैं।
10. चंद्रयान मिशन से बच्चों को क्या प्रेरणा मिलती है? उत्तर: बच्चों को यह सिखने को मिलता है कि निरंतर प्रयास, जिज्ञासा और मेहनत से कोई भी कठिन काम पूरा किया जा सकता है। व्याख्या: वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत और लगन से चंद्रयान मिशन सफल हुआ, जो बच्चों के लिए प्रेरणादायक है।