Chapter 18: हम अनेक किन्तु एक
हम अनेक किन्तु एक - Chapter Summary
## कविता का परिचय
यह कविता भारतीय संस्कृति की विविधता में एकता को दर्शाती है। इसमें यह बताया गया है कि भारत में अनेक प्रदेश, भाषाएँ, वेशभूषाएँ और रीतियाँ होते हुए भी हम सभी एक हैं। यह एकता हमारी मातृभूमि के प्रति प्रेम और समर्पण को दर्शाती है।
## प्रमुख बिंदु
### 1. भारत की विविधता
- भारत के कई प्रदेश, भाषाएँ और वेशभूषाएँ होते हुए भी हम सब भारतीय हैं।
- हर प्रदेश की अपनी अलग भाषा, बोली, रंग-रूप और संस्कृति है।
- फिर भी सबका देश एक ही है — भारत।
### 2. भाषाओं और गीतों की विविधता
- भारत में अलग-अलग बोलियाँ और भाषाएँ बोली जाती हैं।
- राग और सुर भी अलग हैं, पर गीत और बोल एक भाव से जुड़े हैं — एकता और प्रेम।
### 3. एक मातृभूमि, एक लक्ष्य
- हम सभी की मातृभूमि एक ही है — भारत माता।
- हम सभी एक साथ, एक लक्ष्य की ओर कदम बढ़ा रहे हैं।
- यह लक्ष्य है देश की एकता और समृद्धि।
### 4. सांस्कृतिक विविधता का सम्मान
- कविता में यह भी बताया गया है कि भारत के हर कोने में अलग-अलग संस्कृति और खान-पान है।
- उदाहरणस्वरूप —
- अमृतसर के गुरप्रीत को मक्के की रोटी और सरसों का साग पसंद है।
- मणिपुर की अथोइबी को एरोमबा।
- महाराष्ट्र की पूनाया को पूरणपोली।
- तमिलनाडु के वेंकट को इडली-सांभर।
- गुजरात की हंसा को ढोकला-खांडवी और गरबा पसंद है।
- लक्षद्वीप की शमीना को केले की मिठाई।
### 5. 'हम अनेक किन्तु एक' का संदेश
- फूल अनेक हैं — बेला, गुलाब, चमेली, लेकिन माला में एक साथ गूंथे हुए हैं।
- नदियाँ अनेक हैं — गंगा, यमुना, ब्रह्मपुत्र, कृष्णा, लेकिन सागर में मिलकर एक हो जाती हैं।
- पक्षियों की आवाज़ें अलग हैं — कोयल की कूक, पपीहे की टेर, लेकिन राग एक है।
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## नए शब्द और सरल व्याख्या
| शब्द | सरल अर्थ |
|--------------|------------------------------------|
| विविध | अलग-अलग |
| मातृभूमि | माँ जैसी धरती, अपना देश |
| पितृभूमि | पिता की भूमि, जन्म की भूमि |
| समक्ष | सामने |
| गूंथे | एक साथ पिरोना |
| कंठ | गला |
| राग | संगीत की धुन |
| संकेत भाषा | बोलने की जगह इशारों से बात करना |
| वेशभूषा | पहनावा |
| नृत्य | नाच |
---
## अभ्यास प्रश्न
### आसान (Easy)
1. कविता में कितने प्रदेशों का वर्णन किया गया है?
**उत्तर**: कई प्रदेशों का।
2. भारत की कितनी मातृभूमि है?
**उत्तर**: एक ही मातृभूमि।
3. 'हम अनेक किन्तु एक' का अर्थ क्या है?
**उत्तर**: हम भले ही अलग-अलग हों, पर हम सब एक हैं।
### मध्यम (Medium)
4. कविता में 'राग भी अनेक हैं' का क्या अर्थ है?
**उत्तर**: संगीत की धुनें भले ही अलग हों, पर भावना एक है।
5. भारत के किन राज्यों का उल्लेख किया गया है?
**उत्तर**: पंजाब, मणिपुर, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात, लक्षद्वीप।
### कठिन (Difficult)
6. 'हमला कदम' किस बात का प्रतीक है?
**उत्तर**: देश की एकता और सामूहिक लक्ष्य की ओर बढ़ना।
7. फूलों की माला का उदाहरण किसके लिए प्रयोग हुआ है?
**उत्तर**: अनेकता में एकता के लिए।
8. 'समक्ष' शब्द का अर्थ कविता के संदर्भ में क्या है?
**उत्तर**: लक्ष्य के सामने सभी एक साथ होना।
### अति कठिन (Very Difficult)
9. कविता में प्रयुक्त प्रतीकों (जैसे नदी, फूल, पक्षी) का क्या महत्व है?
**उत्तर**: यह प्रतीक विविधता को दर्शाते हैं, जो अंत में एकता में बदल जाती है।
10. इस कविता के माध्यम से विद्यार्थियों में कौन-से मूल्य विकसित किए जा सकते हैं?
**उत्तर**: एकता, सहयोग, देशप्रेम, सहिष्णुता, और सांस्कृतिक विविधता का सम्मान।
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हम अनेक किन्तु एक
कविता का परिचय
यह कविता भारतीय संस्कृति की विविधता में एकता को दर्शाती है। इसमें यह बताया गया है कि भारत में अनेक प्रदेश, भाषाएँ, वेशभूषाएँ और रीतियाँ होते हुए भी हम सभी एक हैं। यह एकता हमारी मातृभूमि के प्रति प्रेम और समर्पण को दर्शाती है।
प्रमुख बिंदु
1. भारत की विविधता
- भारत के कई प्रदेश, भाषाएँ और वेशभूषाएँ होते हुए भी हम सब भारतीय हैं।
- हर प्रदेश की अपनी अलग भाषा, बोली, रंग-रूप और संस्कृति है।
- फिर भी सबका देश एक ही है — भारत।
2. भाषाओं और गीतों की विविधता
- भारत में अलग-अलग बोलियाँ और भाषाएँ बोली जाती हैं।
- राग और सुर भी अलग हैं, पर गीत और बोल एक भाव से जुड़े हैं — एकता और प्रेम।
3. एक मातृभूमि, एक लक्ष्य
- हम सभी की मातृभूमि एक ही है — भारत माता।
- हम सभी एक साथ, एक लक्ष्य की ओर कदम बढ़ा रहे हैं।
- यह लक्ष्य है देश की एकता और समृद्धि।
4. सांस्कृतिक विविधता का सम्मान
- कविता में यह भी बताया गया है कि भारत के हर कोने में अलग-अलग संस्कृति और खान-पान है।
- उदाहरणस्वरूप —
- अमृतसर के गुरप्रीत को मक्के की रोटी और सरसों का साग पसंद है।
- मणिपुर की अथोइबी को एरोमबा।
- महाराष्ट्र की पूनाया को पूरणपोली।
- तमिलनाडु के वेंकट को इडली-सांभर।
- गुजरात की हंसा को ढोकला-खांडवी और गरबा पसंद है।
- लक्षद्वीप की शमीना को केले की मिठाई।
5. 'हम अनेक किन्तु एक' का संदेश
- फूल अनेक हैं — बेला, गुलाब, चमेली, लेकिन माला में एक साथ गूंथे हुए हैं।
- नदियाँ अनेक हैं — गंगा, यमुना, ब्रह्मपुत्र, कृष्णा, लेकिन सागर में मिलकर एक हो जाती हैं।
- पक्षियों की आवाज़ें अलग हैं — कोयल की कूक, पपीहे की टेर, लेकिन राग एक है।
नए शब्द और सरल व्याख्या
शब्द | सरल अर्थ |
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विविध | अलग-अलग |
मातृभूमि | माँ जैसी धरती, अपना देश |
पितृभूमि | पिता की भूमि, जन्म की भूमि |
समक्ष | सामने |
गूंथे | एक साथ पिरोना |
कंठ | गला |
राग | संगीत की धुन |
संकेत भाषा | बोलने की जगह इशारों से बात करना |
वेशभूषा | पहनावा |
नृत्य | नाच |
अभ्यास प्रश्न
आसान (Easy)
-
कविता में कितने प्रदेशों का वर्णन किया गया है?
उत्तर: कई प्रदेशों का। -
भारत की कितनी मातृभूमि है?
उत्तर: एक ही मातृभूमि। -
'हम अनेक किन्तु एक' का अर्थ क्या है?
उत्तर: हम भले ही अलग-अलग हों, पर हम सब एक हैं।
मध्यम (Medium)
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कविता में 'राग भी अनेक हैं' का क्या अर्थ है?
उत्तर: संगीत की धुनें भले ही अलग हों, पर भावना एक है। -
भारत के किन राज्यों का उल्लेख किया गया है?
उत्तर: पंजाब, मणिपुर, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात, लक्षद्वीप।
कठिन (Difficult)
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'हमला कदम' किस बात का प्रतीक है?
उत्तर: देश की एकता और सामूहिक लक्ष्य की ओर बढ़ना। -
फूलों की माला का उदाहरण किसके लिए प्रयोग हुआ है?
उत्तर: अनेकता में एकता के लिए। -
'समक्ष' शब्द का अर्थ कविता के संदर्भ में क्या है?
उत्तर: लक्ष्य के सामने सभी एक साथ होना।
अति कठिन (Very Difficult)
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कविता में प्रयुक्त प्रतीकों (जैसे नदी, फूल, पक्षी) का क्या महत्व है?
उत्तर: यह प्रतीक विविधता को दर्शाते हैं, जो अंत में एकता में बदल जाती है। -
इस कविता के माध्यम से विद्यार्थियों में कौन-से मूल्य विकसित किए जा सकते हैं?
उत्तर: एकता, सहयोग, देशप्रेम, सहिष्णुता, और सांस्कृतिक विविधता का सम्मान।