Chapter 5: आसमान गिरा

4th StandardHindi

आसमान गिरा - Chapter Summary

# आसमान गिरा

## अध्याय का सारांश

यह कहानी एक खरगोश से शुरू होती है जो पेड़ के नीचे सो रहा होता है। तभी एक जोर की आवाज़ (धम्म!) होती है जिससे वह घबरा कर उठ जाता है। उसे लगता है कि आसमान गिर रहा है और वह डर के मारे भागने लगता है।

रास्ते में वह लोमड़ी से मिलता है, फिर भालू, हाथी और अंत में शेर तक सभी जानवर उसकी बात पर विश्वास करके उसके साथ दौड़ पड़ते हैं। सबको लगता है कि सच में आसमान गिर रहा है।

जब शेर सबकी बात सुनता है, तो वह उन्हें रोकता है और पूछता है कि किसने सबसे पहले यह कहा कि आसमान गिर रहा है। सारी कड़ी को पीछे ले जाकर शेर अंत में खरगोश से पूछता है। खरगोश बताता है कि वह पेड़ के नीचे सो रहा था और तभी ‘धम्म’ की आवाज़ आई।

शेर सब जानवरों को लेकर उसी पेड़ के नीचे जाता है, जहां एक बड़ा-सा फल गिरा हुआ मिलता है। तभी फिर वैसा ही एक फल गिरता है। तब शेर हँसते हुए कहता है – “तो यही तुम्हारा आसमान था! लो फिर आसमान गिरा, भागो!”

सभी जानवर हँसने लगते हैं। इस तरह कहानी यह सिखाती है कि बिना सच जाने घबरा जाना और दूसरों को भी घबराना ठीक नहीं है। पहले सोचो, समझो और फिर फैसला लो।

---

## मुख्य विषय

- **डर और अफवाह**: बिना सच्चाई जाने किसी बात पर घबरा जाना।
- **समूह का प्रभाव**: एक के कहने पर पूरा समूह बिना सोचे समझे उसका अनुसरण करता है।
- **सत्यापन का महत्त्व**: शेर जैसा समझदार चरित्र सभी को रोककर सच्चाई का पता लगाता है।
- **हास्य और सीख**: कहानी हास्यपूर्ण ढंग से एक गहरी सीख देती है।

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## नए शब्द और सरल व्याख्या

| शब्द | सरल अर्थ |
|------------------|----------------------------------|
| धम्म | कोई तेज़ गिरने की आवाज़ |
| अफवाह | बिना प्रमाण के फैली हुई खबर |
| घबरा गया | बहुत डर गया |
| दहाड़कर | तेज़ आवाज़ में चिल्लाना (शेर की तरह) |
| सत्यापन | किसी बात की सच्चाई की जाँच करना |
| झुंड | एक साथ चलने वाले कई जीवों का समूह |
| कड़ी | एक के बाद एक जुड़ी हुई बातें |
| फल | पेड़ पर लगने वाली खाने योग्य वस्तु |
| शंका | संदेह, भरोसा न होना |
| समाधान | हल निकालना, समाधान ढूँढना |

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## अभ्यास प्रश्न

### आसान (Easy)

1. खरगोश क्यों भागने लगा?
**उत्तर**: उसे लगा कि आसमान गिर रहा है।

2. सबसे पहले खरगोश को कौन मिला?
**उत्तर**: लोमड़ी।

3. अंत में जानवरों को क्या समझ में आया?
**उत्तर**: कि आसमान नहीं गिरा था, सिर्फ एक फल गिरा था।

### मध्यम (Medium)

4. शेर ने सबको कैसे समझाया?
**उत्तर**: शेर ने सबको रुकवाया और कारण जानने के लिए पीछे-पीछे चलकर सच्चाई देखी।

5. अगर आप खरगोश की जगह होते तो क्या करते?
**उत्तर**: मैं पहले देखता कि आवाज़ किस चीज़ की थी और फिर किसी को बताता।

### कठिन (Difficult)

6. कहानी में कौन-कौन से जानवर शामिल हैं?
**उत्तर**: खरगोश, लोमड़ी, भालू, हाथी और शेर।

7. इस कहानी से क्या सीख मिलती है?
**उत्तर**: बिना जांचे किसी बात पर विश्वास नहीं करना चाहिए और घबराना नहीं चाहिए।

8. हाथी ने भागने का कारण किससे सुना?
**उत्तर**: भालू से।

### बहुत कठिन (Very Difficult)

9. कल्पना कीजिए कि शेर भी घबरा जाता, तो कहानी का अंत कैसा होता?
**उत्तर**: सभी जानवर बिना सोचे दौड़ते रहते और सच्चाई का पता न चलता, जिससे भ्रम बना रहता।

10. कहानी का शीर्षक "आसमान गिरा" क्यों है, जबकि वह गिरा ही नहीं?
**उत्तर**: क्योंकि यह दर्शाता है कि कैसे एक भ्रम या अफवाह बड़ी बात बन सकती है, जबकि सच्चाई कुछ और होती है।

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## प्रमुख शब्दावली (Keywords)

**हिंदी**: खरगोश, आसमान, डर, शेर, फल, लोमड़ी, भालू, हाथी, अफवाह, सत्यापन
**English**: rabbit, sky, fear, lion, fruit, fox, bear, elephant, rumour, verification

## अनुमान और कल्पना गतिविधियाँ

### कल्पना करें:

1. अगर खरगोश की जगह शेर होता और शेर की जगह खरगोश, तो कहानी का क्या रूप होता?
→ शेर धैर्यपूर्वक सोचता, और शायद किसी भी जानवर को बिना जांचे न दौड़ने देता।

2. अगर आवाज़ हाथी ने सुनी होती, तो क्या वह भी उतना घबराता?
→ हाथी बड़ा और समझदार है, शायद वह पहले देखकर निर्णय लेता।

3. अगर कौआ की जगह होती और वह उड़ जाता, तो उसे रास्ते में कौन-कौन मिलता?
→ उसे लोमड़ी, भालू, हाथी और अंत में शेर मिल सकते थे, जो उससे वजह पूछते।

---

## भाषा की बात (भाषाई अभ्यास)

1. **विराम चिन्ह भरना**
(क) अरे इतना बड़ा हाथी!
(ख) मैंने खरगोश, लोमड़ी, भालू, हाथी और शेर जंगल में देखे हैं।
(ग) ये पुस्तकें किसकी हैं?
(घ) वाह! कितने सुंदर फूल हैं।

2. **शब्द-युग्म से वाक्य बनाना**
- इधर-उधर – बच्चा इधर-उधर दौड़ रहा था।
- कभी-कभी – मैं कभी-कभी कहानी पढ़ता हूँ।
- टेढ़ी-मेढ़ी – यह गली बहुत टेढ़ी-मेढ़ी है।
- लंबे-चौड़े – वह आदमी लंबे-चौड़े शरीर वाला था।

3. **प्रश्न निर्माण**
- भागते-भागते उन्हें कौन मिला?
- किसने कहा कि आसमान गिर रहा है?

4. **मातृा प्रयोग अभ्यास**
- यह → यहाँ
- कही → कहीं
- भर → भरा
- पढ़ी → पढ़ाई
- रह → रहा
- केला → केले
- फल → फलो
- सेब → सेबों

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## मुहावरे और उनके प्रयोग

| मुहावरा | अर्थ | वाक्य प्रयोग |
|------------------------|-------------------------------------|----------------------------------------------------------|
| आसमान छूना | बहुत ऊँचाई तक पहुँचना | मेहनत से वह सफलता के आसमान को छू गया। |
| आसमान गिरना | बहुत बड़ी मुसीबत आना | खरगोश को लगा कि जैसे आसमान गिर पड़ा हो। |
| आसमान सिर पर उठाना | बहुत हंगामा करना | बच्चों ने खेलते समय पूरा आसमान सिर पर उठा लिया। |
| ज़मीन-आसमान एक करना | बहुत कोशिश करना | उसने परीक्षा पास करने के लिए ज़मीन-आसमान एक कर दिया। |

---

## रचनात्मक गतिविधि

- पेड़ के नीचे का दृश्य बनाइए और उसमें सभी जानवरों को दिखाइए।
- "अगर बादल घर में आ जाएं तो..." विषय पर चित्र बनाकर रंग भरिए।
- कहानी की पुतलियाँ बनाकर नाटक करें।

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आसमान गिरा

अध्याय का सारांश

यह कहानी एक खरगोश से शुरू होती है जो पेड़ के नीचे सो रहा होता है। तभी एक जोर की आवाज़ (धम्म!) होती है जिससे वह घबरा कर उठ जाता है। उसे लगता है कि आसमान गिर रहा है और वह डर के मारे भागने लगता है।

रास्ते में वह लोमड़ी से मिलता है, फिर भालू, हाथी और अंत में शेर तक सभी जानवर उसकी बात पर विश्वास करके उसके साथ दौड़ पड़ते हैं। सबको लगता है कि सच में आसमान गिर रहा है।

जब शेर सबकी बात सुनता है, तो वह उन्हें रोकता है और पूछता है कि किसने सबसे पहले यह कहा कि आसमान गिर रहा है। सारी कड़ी को पीछे ले जाकर शेर अंत में खरगोश से पूछता है। खरगोश बताता है कि वह पेड़ के नीचे सो रहा था और तभी ‘धम्म’ की आवाज़ आई।

शेर सब जानवरों को लेकर उसी पेड़ के नीचे जाता है, जहां एक बड़ा-सा फल गिरा हुआ मिलता है। तभी फिर वैसा ही एक फल गिरता है। तब शेर हँसते हुए कहता है – “तो यही तुम्हारा आसमान था! लो फिर आसमान गिरा, भागो!”

सभी जानवर हँसने लगते हैं। इस तरह कहानी यह सिखाती है कि बिना सच जाने घबरा जाना और दूसरों को भी घबराना ठीक नहीं है। पहले सोचो, समझो और फिर फैसला लो।


मुख्य विषय

  • डर और अफवाह: बिना सच्चाई जाने किसी बात पर घबरा जाना।
  • समूह का प्रभाव: एक के कहने पर पूरा समूह बिना सोचे समझे उसका अनुसरण करता है।
  • सत्यापन का महत्त्व: शेर जैसा समझदार चरित्र सभी को रोककर सच्चाई का पता लगाता है।
  • हास्य और सीख: कहानी हास्यपूर्ण ढंग से एक गहरी सीख देती है।

नए शब्द और सरल व्याख्या

शब्दसरल अर्थ
धम्मकोई तेज़ गिरने की आवाज़
अफवाहबिना प्रमाण के फैली हुई खबर
घबरा गयाबहुत डर गया
दहाड़करतेज़ आवाज़ में चिल्लाना (शेर की तरह)
सत्यापनकिसी बात की सच्चाई की जाँच करना
झुंडएक साथ चलने वाले कई जीवों का समूह
कड़ीएक के बाद एक जुड़ी हुई बातें
फलपेड़ पर लगने वाली खाने योग्य वस्तु
शंकासंदेह, भरोसा न होना
समाधानहल निकालना, समाधान ढूँढना

अभ्यास प्रश्न

आसान (Easy)

  1. खरगोश क्यों भागने लगा?
    उत्तर: उसे लगा कि आसमान गिर रहा है।

  2. सबसे पहले खरगोश को कौन मिला?
    उत्तर: लोमड़ी।

  3. अंत में जानवरों को क्या समझ में आया?
    उत्तर: कि आसमान नहीं गिरा था, सिर्फ एक फल गिरा था।

मध्यम (Medium)

  1. शेर ने सबको कैसे समझाया?
    उत्तर: शेर ने सबको रुकवाया और कारण जानने के लिए पीछे-पीछे चलकर सच्चाई देखी।

  2. अगर आप खरगोश की जगह होते तो क्या करते?
    उत्तर: मैं पहले देखता कि आवाज़ किस चीज़ की थी और फिर किसी को बताता।

कठिन (Difficult)

  1. कहानी में कौन-कौन से जानवर शामिल हैं?
    उत्तर: खरगोश, लोमड़ी, भालू, हाथी और शेर।

  2. इस कहानी से क्या सीख मिलती है?
    उत्तर: बिना जांचे किसी बात पर विश्वास नहीं करना चाहिए और घबराना नहीं चाहिए।

  3. हाथी ने भागने का कारण किससे सुना?
    उत्तर: भालू से।

बहुत कठिन (Very Difficult)

  1. कल्पना कीजिए कि शेर भी घबरा जाता, तो कहानी का अंत कैसा होता?
    उत्तर: सभी जानवर बिना सोचे दौड़ते रहते और सच्चाई का पता न चलता, जिससे भ्रम बना रहता।

  2. कहानी का शीर्षक "आसमान गिरा" क्यों है, जबकि वह गिरा ही नहीं?
    उत्तर: क्योंकि यह दर्शाता है कि कैसे एक भ्रम या अफवाह बड़ी बात बन सकती है, जबकि सच्चाई कुछ और होती है।


प्रमुख शब्दावली (Keywords)

हिंदी: खरगोश, आसमान, डर, शेर, फल, लोमड़ी, भालू, हाथी, अफवाह, सत्यापन
English: rabbit, sky, fear, lion, fruit, fox, bear, elephant, rumour, verification

अनुमान और कल्पना गतिविधियाँ

कल्पना करें:

  1. अगर खरगोश की जगह शेर होता और शेर की जगह खरगोश, तो कहानी का क्या रूप होता?
    → शेर धैर्यपूर्वक सोचता, और शायद किसी भी जानवर को बिना जांचे न दौड़ने देता।

  2. अगर आवाज़ हाथी ने सुनी होती, तो क्या वह भी उतना घबराता?
    → हाथी बड़ा और समझदार है, शायद वह पहले देखकर निर्णय लेता।

  3. अगर कौआ की जगह होती और वह उड़ जाता, तो उसे रास्ते में कौन-कौन मिलता?
    → उसे लोमड़ी, भालू, हाथी और अंत में शेर मिल सकते थे, जो उससे वजह पूछते।


भाषा की बात (भाषाई अभ्यास)

  1. विराम चिन्ह भरना
    (क) अरे इतना बड़ा हाथी!
    (ख) मैंने खरगोश, लोमड़ी, भालू, हाथी और शेर जंगल में देखे हैं।
    (ग) ये पुस्तकें किसकी हैं?
    (घ) वाह! कितने सुंदर फूल हैं।

  2. शब्द-युग्म से वाक्य बनाना

    • इधर-उधर – बच्चा इधर-उधर दौड़ रहा था।
    • कभी-कभी – मैं कभी-कभी कहानी पढ़ता हूँ।
    • टेढ़ी-मेढ़ी – यह गली बहुत टेढ़ी-मेढ़ी है।
    • लंबे-चौड़े – वह आदमी लंबे-चौड़े शरीर वाला था।
  3. प्रश्न निर्माण

    • भागते-भागते उन्हें कौन मिला?
    • किसने कहा कि आसमान गिर रहा है?
  4. मातृा प्रयोग अभ्यास

    • यह → यहाँ
    • कही → कहीं
    • भर → भरा
    • पढ़ी → पढ़ाई
    • रह → रहा
    • केला → केले
    • फल → फलो
    • सेब → सेबों

मुहावरे और उनके प्रयोग

मुहावराअर्थवाक्य प्रयोग
आसमान छूनाबहुत ऊँचाई तक पहुँचनामेहनत से वह सफलता के आसमान को छू गया।
आसमान गिरनाबहुत बड़ी मुसीबत आनाखरगोश को लगा कि जैसे आसमान गिर पड़ा हो।
आसमान सिर पर उठानाबहुत हंगामा करनाबच्चों ने खेलते समय पूरा आसमान सिर पर उठा लिया।
ज़मीन-आसमान एक करनाबहुत कोशिश करनाउसने परीक्षा पास करने के लिए ज़मीन-आसमान एक कर दिया।

रचनात्मक गतिविधि

  • पेड़ के नीचे का दृश्य बनाइए और उसमें सभी जानवरों को दिखाइए।
  • "अगर बादल घर में आ जाएं तो..." विषय पर चित्र बनाकर रंग भरिए।
  • कहानी की पुतलियाँ बनाकर नाटक करें।