Chapter 7: नकली हीरे
Chapter Summary
नकली हीरे - Chapter Summary
## मुख्य कहानी
काननपुर में एक बुद्धिमान और वृद्ध राजा रहता था जिसका केवल एक ही पुत्र था। राजा को लगा कि अब वह अधिक दिन जीवित नहीं रहेगा, इसलिए उसे अपने पुत्र के लिए एक योग्य सलाहकार की तलाश करनी चाहिए।
### राजा की परीक्षा
एक सुबह राजा ने सभी दरबारियों को दरबार में बुलाया और उनसे एक सीधा प्रश्न पूछा - "क्या मैं बुद्धिमान और ईमानदार राजा हूँ?" राजा ने स्पष्ट उत्तर की मांग की।
सभी दरबारियों ने बारी-बारी से वही उत्तर दिया - "निस्संदेह महाराज, संसार में आप-सा बुद्धिमान और ईमानदार राजा और कोई नहीं है।"
### नवयुवक दरबारी का अलग रुख
हर दरबारी को राजा ने एक-एक हीरा पुरस्कार स्वरूप दिया। सभी दरबारी प्रसन्न होकर चले गए, परंतु एक नवयुवक दरबारी चुपचाप एक कोने में खड़ा रहा।
जब राजा ने उससे उसका उत्तर पूछा तो उसने कहा - "महाराज, दूसरों ने तो आपको प्रसन्न करने वाले उत्तर दिए... पर क्षमा कीजिएगा, मेरा उत्तर वैसा नहीं है।"
### सच्चा उत्तर
नवयुवक ने बड़े ही विनम्रता से कहा - "इसमें कोई संदेह नहीं है महाराज कि आप बुद्धिमान और ईमानदार हैं। पर आपसे भी श्रेष्ठ राजा हो चुके हैं जो बुद्धिमत्ता और ईमानदारी में आपसे बढ़-चढ़कर थे।"
राजा ने इस ईमानदार उत्तर के लिए उसे धन्यवाद दिया और कहा कि वे उसका उत्तर सुनना चाहते हैं।
### नकली हीरों की खोज
अगली सुबह, सभी दरबारी वापस दरबार में आए। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने हीरों की जौहरी से जांच करवाई है और पता चला कि सारे हीरे नकली हैं!
दरबारियों ने राजा से पूछा कि उन्होंने ऐसा क्यों किया।
### राजा की व्याख्या
राजा ने समझाया - "आप सबने मेरे प्रश्न का झूठा उत्तर दिया... इसलिए हीरे भी आपको नकली दिए गए।"
"पर इस नौजवान ने सीधा-सादा उत्तर दिया। इसलिए इसे असली हीरा दिया गया..."
### निष्कर्ष
राजा ने घोषणा की कि यही नवयुवक उसके बाद उसके बेटे का विश्वस्त सलाहकार रहेगा। उसने सभी को समझाया कि सच्चाई और ईमानदारी की परीक्षा थी, और केवल वह नवयुवक ही इसमें खरा उतरा।
## मुख्य संदेश
यह कहानी हमें सिखाती है कि:
- ईमानदारी और सच्चाई का सदैव सम्मान होता है
- चापलूसी की बजाय सच बोलना श्रेष्ठ होता है
- विनम्रता के साथ सत्य कहना एक गुण है
- परीक्षा के समय हमारा सच्चा चरित्र सामने आता है
## नए शब्द और परिभाषाएं
| शब्द | अर्थ (Simple English) |
|------|---------------------|
| वृद्ध | Old, elderly |
| निस्संदेह | Without doubt, certainly |
| बुद्धिमान | Wise, intelligent |
| श्रेष्ठ | Best, superior |
| विनम्र | Humble, polite |
| चापलूसी | Flattery |
| जौहरी | Jeweler |
| विश्वस्त | Trustworthy, reliable |
| सलाहकार | Advisor, counselor |
| दरबारी | Courtier |
| ईमानदार | Honest |
| परीक्षा | Test, examination |
| चरित्र | Character |
नकली हीरे - संपूर्ण सारांश
मुख्य कहानी
काननपुर में एक बुद्धिमान और वृद्ध राजा रहता था जिसका केवल एक ही पुत्र था। राजा को लगा कि अब वह अधिक दिन जीवित नहीं रहेगा, इसलिए उसे अपने पुत्र के लिए एक योग्य सलाहकार की तलाश करनी चाहिए।
राजा की परीक्षा
एक सुबह राजा ने सभी दरबारियों को दरबार में बुलाया और उनसे एक सीधा प्रश्न पूछा - "क्या मैं बुद्धिमान और ईमानदार राजा हूँ?" राजा ने स्पष्ट उत्तर की मांग की।
सभी दरबारियों ने बारी-बारी से वही उत्तर दिया - "निस्संदेह महाराज, संसार में आप-सा बुद्धिमान और ईमानदार राजा और कोई नहीं है।"
नवयुवक दरबारी का अलग रुख
हर दरबारी को राजा ने एक-एक हीरा पुरस्कार स्वरूप दिया। सभी दरबारी प्रसन्न होकर चले गए, परंतु एक नवयुवक दरबारी चुपचाप एक कोने में खड़ा रहा।
जब राजा ने उससे उसका उत्तर पूछा तो उसने कहा - "महाराज, दूसरों ने तो आपको प्रसन्न करने वाले उत्तर दिए... पर क्षमा कीजिएगा, मेरा उत्तर वैसा नहीं है।"
सच्चा उत्तर
नवयुवक ने बड़े ही विनम्रता से कहा - "इसमें कोई संदेह नहीं है महाराज कि आप बुद्धिमान और ईमानदार हैं। पर आपसे भी श्रेष्ठ राजा हो चुके हैं जो बुद्धिमत्ता और ईमानदारी में आपसे बढ़-चढ़कर थे।"
राजा ने इस ईमानदार उत्तर के लिए उसे धन्यवाद दिया और कहा कि वे उसका उत्तर सुनना चाहते हैं।
नकली हीरों की खोज
अगली सुबह, सभी दरबारी वापस दरबार में आए। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने हीरों की जौहरी से जांच करवाई है और पता चला कि सारे हीरे नकली हैं!
दरबारियों ने राजा से पूछा कि उन्होंने ऐसा क्यों किया।
राजा की व्याख्या
राजा ने समझाया - "आप सबने मेरे प्रश्न का झूठा उत्तर दिया... इसलिए हीरे भी आपको नकली दिए गए।"
"पर इस नौजवान ने सीधा-सादा उत्तर दिया। इसलिए इसे असली हीरा दिया गया..."
निष्कर्ष
राजा ने घोषणा की कि यही नवयुवक उसके बाद उसके बेटे का विश्वस्त सलाहकार रहेगा। उसने सभी को समझाया कि सच्चाई और ईमानदारी की परीक्षा थी, और केवल वह नवयुवक ही इसमें खरा उतरा।
मुख्य संदेश
यह कहानी हमें सिखाती है कि:
- ईमानदारी और सच्चाई का सदैव सम्मान होता है
- चापलूसी की बजाय सच बोलना श्रेष्ठ होता है
- विनम्रता के साथ सत्य कहना एक गुण है
- परीक्षा के समय हमारा सच्चा चरित्र सामने आता है
नए शब्द और परिभाषाएं
शब्द | अर्थ (Simple English) |
---|---|
वृद्ध | Old, elderly |
निस्संदेह | Without doubt, certainly |
बुद्धिमान | Wise, intelligent |
श्रेष्ठ | Best, superior |
विनम्र | Humble, polite |
चापलूसी | Flattery |
जौहरी | Jeweler |
विश्वस्त | Trustworthy, reliable |
सलाहकार | Advisor, counselor |
दरबारी | Courtier |
ईमानदार | Honest |
परीक्षा | Test, examination |
चरित्र | Character |