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Chapter 6: चिट्ठी का सफर

5th StandardHindi

Chapter Summary

चिट्ठी का सफर - Chapter Summary

# चिट्ठी का सफर

## पाठ का सारांश

### चिट्ठी और डाक व्यवस्था का परिचय

यह पाठ डाक व्यवस्था और चिट्ठी-पत्री के सफर के बारे में बताता है। पाठ की शुरुआत में कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न उठाए गए हैं जैसे:
- आखिर चिट्ठी पर डाकटिकट क्यों लगाया जाता है?
- पूरे और ठीक पते का क्या मतलब है?
- जरूरत पड़ने पर संदेश को जल्दी कैसे पहुंचाया जाए?
- स्थान बदलने से चिट्ठी के पहुंचने पर क्या असर पड़ता है?

### डाक के पते की समझ

**गांधी जी को भेजे गए पत्र का उदाहरण:**
गांधी जी को एक पत्र मिला था जिस पर पता लिखा था - "महात्मा गांधी, जहां हो वहां वर्धा।" यह पत्र सफलतापूर्वक पहुंच गया था।

**सही पते की संरचना:**
पते में सबसे छोटी भौगोलिक इकाई से शुरू करके बड़ी की ओर बढ़ते हैं:
1. घर का नंबर
2. गली-मोहल्ले का नाम
3. गांव/कस्बे/शहर के हिस्से का नाम
4. गांव या शहर का नाम
5. पिनकोड

### पिनकोड की जानकारी

**पिनकोड की शुरुआत:**
- 15 अगस्त 1972 को डाक तार विभाग ने पोस्टल नंबर योजना शुरू की
- PIN का मतलब है Postal Index Number
- हर स्थान का पिनकोड 6 अंकों का होता है

**पिनकोड का अर्थ (उदाहरण: 110016):**
- पहला अंक (1): दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब या जम्मू-कश्मीर
- अगले दो अंक (10): दिल्ली (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) के उपक्षेत्र दिल्ली का कोड
- अंतिम तीन अंक (016): दिल्ली उपक्षेत्र के डाकघर का कोड जहां से डाक बांटी जाती है

### पुराने समय की डाक व्यवस्था

**कबूतरों द्वारा संदेश:**
- पुराने समय में कबूतरों से संदेश भेजे जाते थे
- हरकारे पैदल ही चिट्ठी-पत्री पहुंचाते थे
- राजा-महाराजाओं के पास घुड़सवार हरकारे होते थे
- हरकारों को डाकुओं, लुटेरों और जंगली जानवरों से खतरा रहता था

**आज भी कबूतर सेवा:**
- उड़ीसा पुलिस हूमर कबूतरों का इस्तेमाल करती है
- ये कबूतर दुर्गम इलाकों में संदेश पहुंचाते हैं
- कानून-व्यवस्था और संकट के समय ये बहुत उपयोगी हैं
- स्वस्थ कबूतर एक दिन में 1000 किलोमीटर तक का सफर कर सकता है
- कबूतर का जीवन 15-20 साल होता है और 8-10 साल तक वे अच्छा काम करते हैं

### आधुनिक डाक सेवाएं

**नई तकनीकें:**
- आज हवाई जहाज, पानी के जहाज का इस्तेमाल होता है
- डाक-विभाग ई-मेल, बधाई कार्ड भी पहुंचाता है
- कबूतरों की उड़ान से लेकर हवाई डाक सेवाओं तक का सफर दिलचस्प है

**टिकट-संग्रह:**
- टिकट-संग्रह का शौक काफी लोकप्रिय है
- धीरे-धीरे इसमें डाक से जुड़ी और भी चीजें शामिल हो गईं
- इस विज्ञान को एक विशेष नाम दिया गया है

### व्यावहारिक अभ्यास

**पत्र लिखने के नियम:**
1. सही क्रम में पता लिखना
2. पिनकोड का महत्व समझना
3. डाकटिकट लगाना
4. विभिन्न प्रकार की डाक सेवाओं की जानकारी

**डाक सेवाओं के प्रकार:**
- पोस्टकार्ड
- अंतर्देशीय पत्र
- लिफाफा

### शब्दकोश का प्रयोग

पाठ में शब्दकोश के उदाहरण दिए गए हैं जो दिखाते हैं कि शब्दकोश में शब्दों के साथ क्या-क्या जानकारी दी होती है:
- अर्थ
- वाक्य प्रयोग
- व्याकरण की जानकारी
- समानार्थी शब्द

## मुख्य शिक्षा

यह पाठ हमें सिखाता है कि:
1. संचार व्यवस्था का विकास कैसे हुआ है
2. डाक व्यवस्था कितनी व्यवस्थित और वैज्ञानिक है
3. पिनकोड का महत्व और उसकी संरचना
4. पुराने और नए संचार माध्यमों की तुलना
5. हरकारों और कबूतरों की सेवाओं की जानकारी

---

## नए शब्दों के अर्थ

**डाकटिकट** - Postage stamp: चिट्ठी पर लगाया जाने वाला टिकट जो डाक की फीस दर्शाता है

**पिनकोड** - PIN code: 6 अंकों का कोड जो किसी स्थान की पहचान करता है (Postal Index Number)

**हरकारा** - Messenger: पैदल या घोड़े पर संदेश पहुंचाने वाला व्यक्ति

**भौगोलिक इकाई** - Geographical unit: किसी स्थान का भूगोल के अनुसार विभाजन

**संदेशवाहक** - Message carrier: संदेश पहुंचाने वाला (व्यक्ति या पशु)

**दुर्गम इलाका** - Remote area: पहुंचने में कठिन स्थान

**अंतर्देशीय पत्र** - Inland letter: देश के अंदर भेजे जाने वाले पत्र के लिए विशेष कागज

**लिफाफा** - Envelope: पत्र रखने के लिए कागज का खोल

**टिकट-संग्रह** - Stamp collection: डाकटिकट इकट्ठा करने का शौक

**शब्दकोश** - Dictionary: शब्दों के अर्थ और प्रयोग बताने वाली पुस्तक

चिट्ठी का सफर

पाठ का सारांश

चिट्ठी और डाक व्यवस्था का परिचय

यह पाठ डाक व्यवस्था और चिट्ठी-पत्री के सफर के बारे में बताता है। पाठ की शुरुआत में कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न उठाए गए हैं जैसे:

  • आखिर चिट्ठी पर डाकटिकट क्यों लगाया जाता है?
  • पूरे और ठीक पते का क्या मतलब है?
  • जरूरत पड़ने पर संदेश को जल्दी कैसे पहुंचाया जाए?
  • स्थान बदलने से चिट्ठी के पहुंचने पर क्या असर पड़ता है?

डाक के पते की समझ

गांधी जी को भेजे गए पत्र का उदाहरण: गांधी जी को एक पत्र मिला था जिस पर पता लिखा था - "महात्मा गांधी, जहां हो वहां वर्धा।" यह पत्र सफलतापूर्वक पहुंच गया था।

सही पते की संरचना: पते में सबसे छोटी भौगोलिक इकाई से शुरू करके बड़ी की ओर बढ़ते हैं:

  1. घर का नंबर
  2. गली-मोहल्ले का नाम
  3. गांव/कस्बे/शहर के हिस्से का नाम
  4. गांव या शहर का नाम
  5. पिनकोड

पिनकोड की जानकारी

पिनकोड की शुरुआत:

  • 15 अगस्त 1972 को डाक तार विभाग ने पोस्टल नंबर योजना शुरू की
  • PIN का मतलब है Postal Index Number
  • हर स्थान का पिनकोड 6 अंकों का होता है

पिनकोड का अर्थ (उदाहरण: 110016):

  • पहला अंक (1): दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब या जम्मू-कश्मीर
  • अगले दो अंक (10): दिल्ली (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) के उपक्षेत्र दिल्ली का कोड
  • अंतिम तीन अंक (016): दिल्ली उपक्षेत्र के डाकघर का कोड जहां से डाक बांटी जाती है

पुराने समय की डाक व्यवस्था

कबूतरों द्वारा संदेश:

  • पुराने समय में कबूतरों से संदेश भेजे जाते थे
  • हरकारे पैदल ही चिट्ठी-पत्री पहुंचाते थे
  • राजा-महाराजाओं के पास घुड़सवार हरकारे होते थे
  • हरकारों को डाकुओं, लुटेरों और जंगली जानवरों से खतरा रहता था

आज भी कबूतर सेवा:

  • उड़ीसा पुलिस हूमर कबूतरों का इस्तेमाल करती है
  • ये कबूतर दुर्गम इलाकों में संदेश पहुंचाते हैं
  • कानून-व्यवस्था और संकट के समय ये बहुत उपयोगी हैं
  • स्वस्थ कबूतर एक दिन में 1000 किलोमीटर तक का सफर कर सकता है
  • कबूतर का जीवन 15-20 साल होता है और 8-10 साल तक वे अच्छा काम करते हैं

आधुनिक डाक सेवाएं

नई तकनीकें:

  • आज हवाई जहाज, पानी के जहाज का इस्तेमाल होता है
  • डाक-विभाग ई-मेल, बधाई कार्ड भी पहुंचाता है
  • कबूतरों की उड़ान से लेकर हवाई डाक सेवाओं तक का सफर दिलचस्प है

टिकट-संग्रह:

  • टिकट-संग्रह का शौक काफी लोकप्रिय है
  • धीरे-धीरे इसमें डाक से जुड़ी और भी चीजें शामिल हो गईं
  • इस विज्ञान को एक विशेष नाम दिया गया है

व्यावहारिक अभ्यास

पत्र लिखने के नियम:

  1. सही क्रम में पता लिखना
  2. पिनकोड का महत्व समझना
  3. डाकटिकट लगाना
  4. विभिन्न प्रकार की डाक सेवाओं की जानकारी

डाक सेवाओं के प्रकार:

  • पोस्टकार्ड
  • अंतर्देशीय पत्र
  • लिफाफा

शब्दकोश का प्रयोग

पाठ में शब्दकोश के उदाहरण दिए गए हैं जो दिखाते हैं कि शब्दकोश में शब्दों के साथ क्या-क्या जानकारी दी होती है:

  • अर्थ
  • वाक्य प्रयोग
  • व्याकरण की जानकारी
  • समानार्थी शब्द

मुख्य शिक्षा

यह पाठ हमें सिखाता है कि:

  1. संचार व्यवस्था का विकास कैसे हुआ है
  2. डाक व्यवस्था कितनी व्यवस्थित और वैज्ञानिक है
  3. पिनकोड का महत्व और उसकी संरचना
  4. पुराने और नए संचार माध्यमों की तुलना
  5. हरकारों और कबूतरों की सेवाओं की जानकारी

नए शब्दों के अर्थ

डाकटिकट - Postage stamp: चिट्ठी पर लगाया जाने वाला टिकट जो डाक की फीस दर्शाता है

पिनकोड - PIN code: 6 अंकों का कोड जो किसी स्थान की पहचान करता है (Postal Index Number)

हरकारा - Messenger: पैदल या घोड़े पर संदेश पहुंचाने वाला व्यक्ति

भौगोलिक इकाई - Geographical unit: किसी स्थान का भूगोल के अनुसार विभाजन

संदेशवाहक - Message carrier: संदेश पहुंचाने वाला (व्यक्ति या पशु)

दुर्गम इलाका - Remote area: पहुंचने में कठिन स्थान

अंतर्देशीय पत्र - Inland letter: देश के अंदर भेजे जाने वाले पत्र के लिए विशेष कागज

लिफाफा - Envelope: पत्र रखने के लिए कागज का खोल

टिकट-संग्रह - Stamp collection: डाकटिकट इकट्ठा करने का शौक

शब्दकोश - Dictionary: शब्दों के अर्थ और प्रयोग बताने वाली पुस्तक