Chapter 9: मैया मैं नहिं माखन खायो
Chapter Summary
मैया मैं नहिं माखन खायो - Chapter Summary
## पाठ का सारांश
यह पद श्रीकृष्ण की बाल-लीलाओं पर आधारित है, जिसमें वे अपनी माँ यशोदा के सामने यह सफाई देते हैं कि उन्होंने माखन नहीं खाया। जब माँ उन पर माखन चोरी का आरोप लगाती हैं, तो बालकृष्ण मासूमियत और चतुराई से कई तर्क देकर खुद को निर्दोष साबित करने की कोशिश करते हैं।
### पद की प्रमुख घटनाएँ
- श्रीकृष्ण कहते हैं कि वे सुबह गायों के पीछे-पीछे मधुबन गए थे और वहाँ चार पहर तक बंसीवट में भटकते रहे, शाम को ही घर लौटे।
- वे कहते हैं कि वे छोटे हैं, उनकी बाहें भी छोटी हैं, छीके (जिसमें माखन रखा था) तक वे पहुंच ही नहीं सकते।
- ग्वाल-बाल उनके खिलाफ झूठ बोल रहे हैं और जबरन उनके मुख पर माखन लगा दिया है।
- श्रीकृष्ण माँ से कहते हैं कि आप बहुत भोली हैं, इनकी बातों में आ जाती हैं।
- अंत में माँ यशोदा श्रीकृष्ण की बातों पर मुस्कुरा कर उन्हें गले लगा लेती हैं।
## कवि परिचय
**सूरदास**: 15वीं सदी के महान कृष्णभक्त कवि, जिन्होंने ब्रजभाषा में रचनाएँ कीं। वे कृष्ण की बाल लीलाओं के प्रमुख कवि माने जाते हैं। सूरदास दृष्टिबाधित थे लेकिन उनकी कल्पना शक्ति और भक्ति ने उन्हें साहित्य की ऊँचाइयों पर पहुँचाया।
## मुख्य विषय
- बालकृष्ण की मासूमियत और वाकचातुर्य
- माँ-बेटे के प्रेम का भावनात्मक चित्रण
- सांस्कृतिक संदर्भ में श्रीकृष्ण की बाल-लीलाओं का वर्णन
- भक्ति और वात्सल्य का समन्वय
## महत्वपूर्ण शब्दार्थ
| शब्द (हिंदी) | अर्थ (English) |
|-------------------|----------------|
| मैया | Mother |
| माखन | Butter |
| मधुबन | A forest near Mathura |
| बंसीवट | A banyan tree where Krishna played |
| ग्वाल-बाल | Cowherd boys |
| छीका | Hanging structure to store butter |
| लकुट-कमरिया | Staff and blanket used by cowherds |
| हिय | हृदय (Heart) |
| उपहि | उत्पन्न हुआ (Generated) |
| लपटायो | मुँह पर लगाया (Smeared on face) |
## Keywords (कीवर्ड्स)
- श्रीकृष्ण (Krishna)
- माखन (Butter)
- यशोदा (Yashoda)
- बाल लीला (Child Leela)
- सूरदास (Surdas)
- भक्ति (Devotion)
- ब्रजभाषा (Braj Bhasha)
- गाय चराना (Cowherding)
- बालकृष्ण (Baby Krishna)
- भोली माता (Innocent Mother)
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## अभ्यास प्रश्न
### आसान (Easy) – 3
1. श्रीकृष्ण ने अपने ऊपर किस चोरी का आरोप नकारा?
- **उत्तर**: माखन चोरी का।
2. श्रीकृष्ण ने कहाँ जाने की बात कही?
- **उत्तर**: गायों के पीछे-पीछे मधुबन।
3. श्रीकृष्ण की माँ का क्या नाम था?
- **उत्तर**: यशोदा।
### मध्यम (Medium) – 2
4. श्रीकृष्ण ने खुद को निर्दोष साबित करने के लिए कौन-सा तर्क दिया?
- **उत्तर**: वे छोटे हैं और उनकी बाहें इतनी छोटी हैं कि छीके तक नहीं पहुँच सकते।
5. ग्वाल-बालों ने श्रीकृष्ण के साथ क्या किया?
- **उत्तर**: जबरदस्ती उनके मुख पर माखन लगा दिया।
### कठिन (Difficult) – 3
6. सूरदास ने इस पद में कौन-सी भाषा का प्रयोग किया है और क्यों?
- **उत्तर**: ब्रजभाषा का, क्योंकि यह श्रीकृष्ण की भूमि से जुड़ी लोकभाषा है और बाल-लीलाओं को व्यक्त करने में अधिक प्रभावी है।
7. “भोर भयो गैयन के पाछे…” का अर्थ क्या है?
- **उत्तर**: सुबह गायों के पीछे-पीछे मैं मधुबन गया था।
8. “सरूदास तब हबिहँस िसोदा, लै उर कंठ लगायो” – इस पंक्ति से क्या भाव निकलता है?
- **उत्तर**: माँ यशोदा अंततः श्रीकृष्ण की बातों पर मुस्कराती हैं और उन्हें प्रेम से गले लगा लेती हैं।
### अति कठिन (Very Difficult) – 2
9. इस पद में कवि ने बालकृष्ण की मासूमियत को किस प्रकार से दर्शाया है?
- **उत्तर**: छोटे हाथों का तर्क, निर्दोष चेहरा, भोली माँ को समझाने का प्रयास, सभी के विरुद्ध अकेले पड़ जाना आदि से।
10. सूरदास की कविताओं की लोकप्रियता का मुख्य कारण क्या है?
- **उत्तर**: बाल-लीलाओं का जीवंत चित्रण, सरल और भावनात्मक भाषा, तथा भक्ति रस की प्रमुखता।
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## नए शब्द / शब्दों के सरल अर्थ
| शब्द (हिंदी) | सरल अर्थ (Simple Meaning in Hindi) |
|-------------------|--------------------------------------------|
| माखन | दूध से बना सफेद मुलायम पदार्थ |
| बंसीवट | वह पेड़ जहाँ श्रीकृष्ण बंसी बजाते थे |
| मधुबन | एक सुंदर जंगल, श्रीकृष्ण का प्रिय स्थान |
| छीका | लकड़ी का बना लटकता डिब्बा जिसमें माखन रखते हैं |
| ग्वाल-बाल | गाय चराने वाले छोटे लड़के |
| लकुट-कमरिया | डंडा और कम्बल जो चरवाहे साथ रखते हैं |
| लपटायो | किसी चीज़ को मुँह या शरीर पर लगाना |
| भोली | सरल और मासूम |
| पठायो | भेजा गया |
| उपहि | उत्पन्न हुआ |
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मैया मैं नहीं माखन खायो
पाठ का सारांश
यह पद श्रीकृष्ण की बाल-लीलाओं पर आधारित है, जिसमें वे अपनी माँ यशोदा के सामने यह सफाई देते हैं कि उन्होंने माखन नहीं खाया। जब माँ उन पर माखन चोरी का आरोप लगाती हैं, तो बालकृष्ण मासूमियत और चतुराई से कई तर्क देकर खुद को निर्दोष साबित करने की कोशिश करते हैं।
पद की प्रमुख घटनाएँ
- श्रीकृष्ण कहते हैं कि वे सुबह गायों के पीछे-पीछे मधुबन गए थे और वहाँ चार पहर तक बंसीवट में भटकते रहे, शाम को ही घर लौटे।
- वे कहते हैं कि वे छोटे हैं, उनकी बाहें भी छोटी हैं, छीके (जिसमें माखन रखा था) तक वे पहुंच ही नहीं सकते।
- ग्वाल-बाल उनके खिलाफ झूठ बोल रहे हैं और जबरन उनके मुख पर माखन लगा दिया है।
- श्रीकृष्ण माँ से कहते हैं कि आप बहुत भोली हैं, इनकी बातों में आ जाती हैं।
- अंत में माँ यशोदा श्रीकृष्ण की बातों पर मुस्कुरा कर उन्हें गले लगा लेती हैं।
कवि परिचय
सूरदास: 15वीं सदी के महान कृष्णभक्त कवि, जिन्होंने ब्रजभाषा में रचनाएँ कीं। वे कृष्ण की बाल लीलाओं के प्रमुख कवि माने जाते हैं। सूरदास दृष्टिबाधित थे लेकिन उनकी कल्पना शक्ति और भक्ति ने उन्हें साहित्य की ऊँचाइयों पर पहुँचाया।
मुख्य विषय
- बालकृष्ण की मासूमियत और वाकचातुर्य
- माँ-बेटे के प्रेम का भावनात्मक चित्रण
- सांस्कृतिक संदर्भ में श्रीकृष्ण की बाल-लीलाओं का वर्णन
- भक्ति और वात्सल्य का समन्वय
महत्वपूर्ण शब्दार्थ
शब्द (हिंदी) | अर्थ (English) |
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मैया | Mother |
माखन | Butter |
मधुबन | A forest near Mathura |
बंसीवट | A banyan tree where Krishna played |
ग्वाल-बाल | Cowherd boys |
छीका | Hanging structure to store butter |
लकुट-कमरिया | Staff and blanket used by cowherds |
हिय | हृदय (Heart) |
उपहि | उत्पन्न हुआ (Generated) |
लपटायो | मुँह पर लगाया (Smeared on face) |
Keywords (कीवर्ड्स)
- श्रीकृष्ण (Krishna)
- माखन (Butter)
- यशोदा (Yashoda)
- बाल लीला (Child Leela)
- सूरदास (Surdas)
- भक्ति (Devotion)
- ब्रजभाषा (Braj Bhasha)
- गाय चराना (Cowherding)
- बालकृष्ण (Baby Krishna)
- भोली माता (Innocent Mother)
अभ्यास प्रश्न
आसान (Easy) – 3
-
श्रीकृष्ण ने अपने ऊपर किस चोरी का आरोप नकारा?
- उत्तर: माखन चोरी का।
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श्रीकृष्ण ने कहाँ जाने की बात कही?
- उत्तर: गायों के पीछे-पीछे मधुबन।
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श्रीकृष्ण की माँ का क्या नाम था?
- उत्तर: यशोदा।
मध्यम (Medium) – 2
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श्रीकृष्ण ने खुद को निर्दोष साबित करने के लिए कौन-सा तर्क दिया?
- उत्तर: वे छोटे हैं और उनकी बाहें इतनी छोटी हैं कि छीके तक नहीं पहुँच सकते।
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ग्वाल-बालों ने श्रीकृष्ण के साथ क्या किया?
- उत्तर: जबरदस्ती उनके मुख पर माखन लगा दिया।
कठिन (Difficult) – 3
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सूरदास ने इस पद में कौन-सी भाषा का प्रयोग किया है और क्यों?
- उत्तर: ब्रजभाषा का, क्योंकि यह श्रीकृष्ण की भूमि से जुड़ी लोकभाषा है और बाल-लीलाओं को व्यक्त करने में अधिक प्रभावी है।
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“भोर भयो गैयन के पाछे…” का अर्थ क्या है?
- उत्तर: सुबह गायों के पीछे-पीछे मैं मधुबन गया था।
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“सरूदास तब हबिहँस िसोदा, लै उर कंठ लगायो” – इस पंक्ति से क्या भाव निकलता है?
- उत्तर: माँ यशोदा अंततः श्रीकृष्ण की बातों पर मुस्कराती हैं और उन्हें प्रेम से गले लगा लेती हैं।
अति कठिन (Very Difficult) – 2
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इस पद में कवि ने बालकृष्ण की मासूमियत को किस प्रकार से दर्शाया है?
- उत्तर: छोटे हाथों का तर्क, निर्दोष चेहरा, भोली माँ को समझाने का प्रयास, सभी के विरुद्ध अकेले पड़ जाना आदि से।
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सूरदास की कविताओं की लोकप्रियता का मुख्य कारण क्या है?
- उत्तर: बाल-लीलाओं का जीवंत चित्रण, सरल और भावनात्मक भाषा, तथा भक्ति रस की प्रमुखता।
नए शब्द / शब्दों के सरल अर्थ
शब्द (हिंदी) | सरल अर्थ (Simple Meaning in Hindi) |
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माखन | दूध से बना सफेद मुलायम पदार्थ |
बंसीवट | वह पेड़ जहाँ श्रीकृष्ण बंसी बजाते थे |
मधुबन | एक सुंदर जंगल, श्रीकृष्ण का प्रिय स्थान |
छीका | लकड़ी का बना लटकता डिब्बा जिसमें माखन रखते हैं |
ग्वाल-बाल | गाय चराने वाले छोटे लड़के |
लकुट-कमरिया | डंडा और कम्बल जो चरवाहे साथ रखते हैं |
लपटायो | किसी चीज़ को मुँह या शरीर पर लगाना |
भोली | सरल और मासूम |
पठायो | भेजा गया |
उपहि | उत्पन्न हुआ |