Chapter 7: शूराः वयं धीराः वयम
Chapter Summary
शूराः वयं धीराः वयम - Chapter Summary
## Overview
The poem **“शूराः वयं धीराः वयम्”** is a patriotic Sanskrit composition that inspires students to be brave, determined, and selfless citizens of the nation. It uses rhythmic stanzas and powerful imagery to portray the ideal characteristics of Indian youth. The chapter also includes a breakdown of Sanskrit pronouns and declension patterns for practice.
---
## Key Topics Covered
### 1. गीत का भाव (Essence of the Poem)
- The speaker proudly claims, “We are brave, courageous, and victorious.”
- Indian citizens are presented as:
- **Determined** (दृढमानसाः)
- **Energetic** (ऊर्जस्वलाः)
- **Fearless** (गतभीतः)
- **Righteous** (धृतनीतः)
- **Emotionally strong** (अप्तभावुकाः)
- **Patriotic servants of the people** (जनसेवकाः)
- The poem urges children to adopt noble qualities and contribute positively to society.
---
### 2. पद्यांशों का सरल अर्थ (Stanza-wise Explanation)
#### पद्यांश १:
> शूरा वयं धीरा वयं वीरा वयं सुतराम् ।
We are brave, steadfast, and heroic in every sense.
> गुणशालिनो बलशालिनो जयगानिनो प्रियतराम् ॥
We are full of virtues, strength, and sing of victory joyfully.
#### पद्यांश २:
> दृढमानसाः गतलालसाः प्रियसाहसाः सततम् ।
We are strong-willed, without greed, and always love challenges.
> जनसेवकाः अप्तभावुकाः शुभपथिका प्रियतमम् ॥
We are servants of the people, with emotional maturity and walk the path of goodness.
#### पद्यांश ३:
> धनकामना सुखवासना न सृता हृदये ।
Desires for wealth or luxury do not reside in our hearts.
> ऊर्जस्वला विजस्वला अप्तप्रणशिला प्रवये ॥
We are full of energy and light, and fully committed to victory.
#### पद्यांश ४:
> गतभीतयो धृतनीतयो दृढशक्तयो प्रस्फला ।
We are fearless, righteous, and powerful.
> यामो वयं समराङ्गणं प्रजया अप्जनो बालाः ॥
We are children entering the battlefield with a goal of victory.
---
### 3. व्याकरण अभ्यास (Grammar and Declension Practice)
- Detailed declension tables for pronouns like:
- **तद्**, **एतद्**, **अस्मद्**, **युष्मद्**
- Practice of noun forms such as:
- भारतीय, धीर, शूर, रणसेवक, शुभपथिक, बाल, प्रयत्सिल
Example Table:
| प्रथमा विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
|----------------|--------|---------|---------|
| तद् (पुं.) | सः | तौ | ते |
| एतद् (स्त्री.) | एषा | एते | एताः |
| अस्मद् | अहम् | आवाम् | वयम् |
### 4. शब्दार्थ – New Vocabulary with Meanings
| संस्कृत शब्द | हिन्दी अर्थ | English Meaning |
|----------------------|--------------------------|--------------------------|
| शूराः | वीर, साहसी | Brave |
| धीराः | धैर्यवान | Courageous |
| दृढमानसाः | पक्का मन रखने वाले | Determined |
| गतलालसाः | लालच रहित | Without greed |
| प्रियसाहसाः | साहस प्रेमी | Brave-hearted |
| जनसेवकाः | जनसेवा करने वाले | Public servants |
| ऊर्जस्वलाः | ऊर्जा से भरपूर | Energetic |
| विजस्वलाः | तेजस्वी | Radiant |
| अप्तप्रणशिलाः | संकल्पशील | Committed |
| धनकामना | धन की इच्छा | Desire for wealth |
| सुखवासना | आराम की इच्छा | Desire for comfort |
| समराङ्गणम् | युद्ध भूमि | Battlefield |
| दृढशक्तयः | मजबूत शक्ति वाले | Powerful |
| प्रजया अप्जनाः | विजय की इच्छा रखने वाले | Those who desire victory |
---
### 5. सरल परिभाषाएँ (Simple Definitions)
| शब्द (Sanskrit) | परिभाषा (English) |
|------------------------|----------------------------------------------------|
| शूर (Shura) | One who is brave and fearless |
| धीर (Dhira) | One who has patience and courage |
| रणसेवक (Rana-sevaka) | One who serves in battle or for the nation |
| जनसेवक (Janasevaka) | One who serves the people selflessly |
| समराङ्गण (Samarangana) | Battlefield, a place where war or struggle occurs |
---
### 6. अभ्यास प्रश्नावली (Practice Questions with Answers and Explanation)
#### आसान (Easy) – 3 Questions
**प्र.1:** शूराः के अर्थ क्या होता है?
**उत्तर:** वीर।
**व्याख्या:** ‘शूराः’ शब्द का अर्थ होता है साहसी या वीर व्यक्ति।
**प्र.2:** ‘धनकामना’ शब्द का अर्थ क्या है?
**उत्तर:** धन की इच्छा।
**व्याख्या:** कामना = इच्छा, धन = संपत्ति।
**प्र.3:** 'समराङ्गण' का मतलब क्या है?
**उत्तर:** युद्धभूमि (battlefield)।
**व्याख्या:** समर = युद्ध, अङ्गण = स्थान।
#### मध्यम (Medium) – 2 Questions
**प्र.4:** “दृढमानसाः” शब्द कविता में किस भावना को दर्शाता है?
**उत्तर:** दृढ़ संकल्प या निश्चयी स्वभाव।
**व्याख्या:** यह शब्द हमें संकल्पशील और साहसी बनने की प्रेरणा देता है।
**प्र.5:** ‘वयं भारतवासीः शूराः वीराः स्मः’ — इस पंक्ति से क्या बोध होता है?
**उत्तर:** यह पंक्ति राष्ट्रीय गौरव और साहस का प्रतीक है।
**व्याख्या:** यह बताता है कि भारतवासी साहसी और वीर होते हैं।
#### कठिन (Difficult) – 3 Questions
**प्र.6:** ‘ऊर्जस्वला विजस्वला’ पदों से कवि क्या चित्रित करता है?
**उत्तर:** कि भारतवासी ऊर्जा और तेज से भरे हुए हैं।
**व्याख्या:** यह पंक्ति आंतरिक शक्ति और तेज का वर्णन करती है।
**प्र.7:** कविता में प्रयुक्त ‘अप्तभावुकाः’ शब्द का भावार्थ क्या है?
**उत्तर:** भावनात्मक रूप से परिपक्व व्यक्ति।
**व्याख्या:** यह शब्द दर्शाता है कि हम भावुक तो हैं पर नियंत्रण में।
**प्र.8:** ‘धनकामना सुखवासना न सृता हृदये’ – इस पंक्ति का तात्पर्य क्या है?
**उत्तर:** भारतवासी धन और सुख की लालसा नहीं रखते।
**व्याख्या:** यह त्याग और सेवा की भावना को प्रकट करती है।
#### अति कठिन (Very Difficult) – 2 Questions
**प्र.9:** ‘यामो वयं समराङ्गणं प्रजया अप्जनो बालाः’ — यह पंक्ति कौन से गुण को दिखाती है?
**उत्तर:** यह बच्चों की भी देशसेवा की इच्छा को दर्शाती है।
**व्याख्या:** यह बताता है कि बचपन से ही देशभक्ति का भाव होना चाहिए।
**प्र.10:** इस कविता के भाव से आज के विद्यार्थी क्या सीख सकते हैं?
**उत्तर:** साहस, सेवा, दृढ़ संकल्प और राष्ट्र प्रेम।
**व्याख्या:** यह कविता विद्यार्थियों में नैतिक और सामाजिक मूल्य भरने का कार्य करती है।
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शूराः वयं धीराः वयम्
Overview
The poem “शूराः वयं धीराः वयम्” is a patriotic Sanskrit composition that inspires students to be brave, determined, and selfless citizens of the nation. It uses rhythmic stanzas and powerful imagery to portray the ideal characteristics of Indian youth. The chapter also includes a breakdown of Sanskrit pronouns and declension patterns for practice.
Key Topics Covered
1. गीत का भाव (Essence of the Poem)
- The speaker proudly claims, “We are brave, courageous, and victorious.”
- Indian citizens are presented as:
- Determined (दृढमानसाः)
- Energetic (ऊर्जस्वलाः)
- Fearless (गतभीतः)
- Righteous (धृतनीतः)
- Emotionally strong (अप्तभावुकाः)
- Patriotic servants of the people (जनसेवकाः)
- The poem urges children to adopt noble qualities and contribute positively to society.
2. पद्यांशों का सरल अर्थ (Stanza-wise Explanation)
पद्यांश १:
शूरा वयं धीरा वयं वीरा वयं सुतराम् ।
We are brave, steadfast, and heroic in every sense.
गुणशालिनो बलशालिनो जयगानिनो प्रियतराम् ॥
We are full of virtues, strength, and sing of victory joyfully.
पद्यांश २:
दृढमानसाः गतलालसाः प्रियसाहसाः सततम् ।
We are strong-willed, without greed, and always love challenges.
जनसेवकाः अप्तभावुकाः शुभपथिका प्रियतमम् ॥
We are servants of the people, with emotional maturity and walk the path of goodness.
पद्यांश ३:
धनकामना सुखवासना न सृता हृदये ।
Desires for wealth or luxury do not reside in our hearts.
ऊर्जस्वला विजस्वला अप्तप्रणशिला प्रवये ॥
We are full of energy and light, and fully committed to victory.
पद्यांश ४:
गतभीतयो धृतनीतयो दृढशक्तयो प्रस्फला ।
We are fearless, righteous, and powerful.
यामो वयं समराङ्गणं प्रजया अप्जनो बालाः ॥
We are children entering the battlefield with a goal of victory.
3. व्याकरण अभ्यास (Grammar and Declension Practice)
- Detailed declension tables for pronouns like:
- तद्, एतद्, अस्मद्, युष्मद्
- Practice of noun forms such as:
- भारतीय, धीर, शूर, रणसेवक, शुभपथिक, बाल, प्रयत्सिल
Example Table:
प्रथमा विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
तद् (पुं.) | सः | तौ | ते |
एतद् (स्त्री.) | एषा | एते | एताः |
अस्मद् | अहम् | आवाम् | वयम् |
4. शब्दार्थ – New Vocabulary with Meanings
संस्कृत शब्द | हिन्दी अर्थ | English Meaning |
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शूराः | वीर, साहसी | Brave |
धीराः | धैर्यवान | Courageous |
दृढमानसाः | पक्का मन रखने वाले | Determined |
गतलालसाः | लालच रहित | Without greed |
प्रियसाहसाः | साहस प्रेमी | Brave-hearted |
जनसेवकाः | जनसेवा करने वाले | Public servants |
ऊर्जस्वलाः | ऊर्जा से भरपूर | Energetic |
विजस्वलाः | तेजस्वी | Radiant |
अप्तप्रणशिलाः | संकल्पशील | Committed |
धनकामना | धन की इच्छा | Desire for wealth |
सुखवासना | आराम की इच्छा | Desire for comfort |
समराङ्गणम् | युद्ध भूमि | Battlefield |
दृढशक्तयः | मजबूत शक्ति वाले | Powerful |
प्रजया अप्जनाः | विजय की इच्छा रखने वाले | Those who desire victory |
5. सरल परिभाषाएँ (Simple Definitions)
शब्द (Sanskrit) | परिभाषा (English) |
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शूर (Shura) | One who is brave and fearless |
धीर (Dhira) | One who has patience and courage |
रणसेवक (Rana-sevaka) | One who serves in battle or for the nation |
जनसेवक (Janasevaka) | One who serves the people selflessly |
समराङ्गण (Samarangana) | Battlefield, a place where war or struggle occurs |
6. अभ्यास प्रश्नावली (Practice Questions with Answers and Explanation)
आसान (Easy) – 3 Questions
प्र.1: शूराः के अर्थ क्या होता है?
उत्तर: वीर।
व्याख्या: ‘शूराः’ शब्द का अर्थ होता है साहसी या वीर व्यक्ति।
प्र.2: ‘धनकामना’ शब्द का अर्थ क्या है?
उत्तर: धन की इच्छा।
व्याख्या: कामना = इच्छा, धन = संपत्ति।
प्र.3: 'समराङ्गण' का मतलब क्या है?
उत्तर: युद्धभूमि (battlefield)।
व्याख्या: समर = युद्ध, अङ्गण = स्थान।
मध्यम (Medium) – 2 Questions
प्र.4: “दृढमानसाः” शब्द कविता में किस भावना को दर्शाता है?
उत्तर: दृढ़ संकल्प या निश्चयी स्वभाव।
व्याख्या: यह शब्द हमें संकल्पशील और साहसी बनने की प्रेरणा देता है।
प्र.5: ‘वयं भारतवासीः शूराः वीराः स्मः’ — इस पंक्ति से क्या बोध होता है?
उत्तर: यह पंक्ति राष्ट्रीय गौरव और साहस का प्रतीक है।
व्याख्या: यह बताता है कि भारतवासी साहसी और वीर होते हैं।
कठिन (Difficult) – 3 Questions
प्र.6: ‘ऊर्जस्वला विजस्वला’ पदों से कवि क्या चित्रित करता है?
उत्तर: कि भारतवासी ऊर्जा और तेज से भरे हुए हैं।
व्याख्या: यह पंक्ति आंतरिक शक्ति और तेज का वर्णन करती है।
प्र.7: कविता में प्रयुक्त ‘अप्तभावुकाः’ शब्द का भावार्थ क्या है?
उत्तर: भावनात्मक रूप से परिपक्व व्यक्ति।
व्याख्या: यह शब्द दर्शाता है कि हम भावुक तो हैं पर नियंत्रण में।
प्र.8: ‘धनकामना सुखवासना न सृता हृदये’ – इस पंक्ति का तात्पर्य क्या है?
उत्तर: भारतवासी धन और सुख की लालसा नहीं रखते।
व्याख्या: यह त्याग और सेवा की भावना को प्रकट करती है।
अति कठिन (Very Difficult) – 2 Questions
प्र.9: ‘यामो वयं समराङ्गणं प्रजया अप्जनो बालाः’ — यह पंक्ति कौन से गुण को दिखाती है?
उत्तर: यह बच्चों की भी देशसेवा की इच्छा को दर्शाती है।
व्याख्या: यह बताता है कि बचपन से ही देशभक्ति का भाव होना चाहिए।
प्र.10: इस कविता के भाव से आज के विद्यार्थी क्या सीख सकते हैं?
उत्तर: साहस, सेवा, दृढ़ संकल्प और राष्ट्र प्रेम।
व्याख्या: यह कविता विद्यार्थियों में नैतिक और सामाजिक मूल्य भरने का कार्य करती है।